पूर्वांचल के 118 गांवों से गुजरेगा ये नया एक्सप्रेसवे, 6 जिलों में विकास होगा मजबूत

Gorakhpur to Siliguri Expressway : राजमार्ग गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक लगभग 519 किलोमीटर लंबा है। यह राजमार्ग पूर्वांचल के तीन जिलों के लिए जीवनदान बनेगा। बिहार और सिलीगुड़ी पूर्वांचल के गोरखपुर, कुशीनगर और देवरिया से मिल सकते हैं। गोरखपुर से सिलीगुड़ी पहुंचने में अभी लगभग 15 घंटे लगते हैं। करीब 600 किलोमीटर की दूरी है। नया एक्सप्रेसवे बनने के बाद सफर लगभग 9 घंटे का होगा। नया एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है, जो 2028 तक पूरा हो जाएगा।  
 

Uttar Pradesh : सीएम सिटी गोरखपुर (CM City Gorakhpur) से एक और एक्सप्रेसवे बनने वाला है। तीन राज्यों से गुजरने वाला यह राजमार्ग यूपी का सबसे बड़ा होगा। इसकी दूरी करीब पांच सौ होगी। इस राजमार्ग के बनने से बिहार और बंगाल जाना भी आसान होगा। घंटों की दूरी कम होगी।

गोरखपुर से सिलीगुड़ी एक्‍सप्रेसवे (Gorakhpur to Siliguri Expressway)

वास्तव में राजमार्ग गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक लगभग 519 किलोमीटर लंबा है। यह राजमार्ग पूर्वांचल के तीन जिलों के लिए जीवनदान बनेगा। बिहार और सिलीगुड़ी पूर्वांचल के गोरखपुर, कुशीनगर और देवरिया से मिल सकते हैं। गोरखपुर से सिलीगुड़ी पहुंचने में अभी लगभग 15 घंटे लगते हैं। करीब 600 किलोमीटर की दूरी है। नया एक्सप्रेसवे बनने के बाद सफर लगभग 9 घंटे का होगा। नया एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है, जो 2028 तक पूरा हो जाएगा।  

यूपी के साथ-साथ राज्‍यों से होकर गुजरेगा, एक्‍सप्रेसवे

3 राज्यों को जोड़ने वाले गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे के बनने से पूर्वांचल को बहुत लाभ होगा। गोरखपुर, कुशीनगर और देवरिया में 111 गांवों को जमीन दी गई है। हजारों किसानों को मुआवजा मिलने के लिए प्रक्रिया जारी है। इसमें कुशीनगर के तमकुहीराज के 42 गांव शामिल हैं, हाटा के 19 गांव और कसाया के 13 गांव। इसमें देवरिया सदर के 23 गांव और चौरी चौरा के 14 गांव भी शामिल हैं। गोरखपुर सिलीगुड़ी राजमार्ग बिहार के आठ जिलों से गुजरेगा। पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज इसमें शामिल हैं। गंडक नदी पर भी एक पुल बनाया जाएगा।

किस राज्‍य में कितने किलोमीटर की होगी, दूरी?

गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश से करीब 84.3 किलोमीटर दूर चलेगा। बिहार का 416 किलोमीटर हिस्सा पश्चिम बंगाल में 18.97 किलोमीटर है। गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक एक्सप्रेसवे से उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल तक जाना बहुत आसान होगा और कम समय में होगा। इस राजमार्ग को स्टेट हाईवे, नेशनल हाईवे और मेन रोड से जोड़ा जाएगा। यूपी में गोरखपुर-आजमगढ़ लिंक एक्सप्रेस भी शामिल होगा।