उत्तर प्रदेश के इस एक्सप्रेसवे से 9 जिलों को मिलेगा बड़ा फायदा, जानिए कैसे

गाजीपुर-कानपुर एक्सप्रेसवे की लंबाई 380 किलोमीटर होगी. इसकी डीपीआर तैयार की जा चुकी है. इसके जरिए गाजियाबाद से कानपुर केवल 3 घंटे में पहुंचा जा सकेगा जिससे क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा.
 

Ghaziabad-Kanpur Expressway Latest Update : गाजीपुर-कानपुर एक्सप्रेसवे की लंबाई 380 किलोमीटर होगी. इसकी डीपीआर तैयार की जा चुकी है. इसके जरिए गाजियाबाद से कानपुर केवल 3 घंटे में पहुंचा जा सकेगा जिससे क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा.

UP Highway Update : उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद-कानपुर एक्‍सप्रेसवे (Ghaziabad-Kanpur Expressway) बनाये जाने का खाका तैयार हो चुका है. यह राज्य के 2 प्रमुख औद्योगिक शहरों कानपुर व गाजियाबाद को सीधे जोड़ने का काम करेगा. इस प्रस्‍तावित एक्सप्रेसवे की डिटेल प्रोजेक्‍ट रिपोर्ट (DPR) तैयार हो गई है. अब मंजूरी का इंतजार है. मंजूरी के बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी. ये एक्सप्रेसवे गाजियाबाद और कानपुर को केवल 3 घंटे की दूरी पर कर देगा. चूंकि ये दोनों ही ओद्योगिक क्षेत्र हैं तो एक्सप्रेसवे बन जाने से मैन्युफैक्चरिंग यूनिट व अन्य तरह के उद्योगों को लाभ पहुंचेगा.

उत्तर प्रदेश देश में सबसे ज्‍यादा एक्‍सप्रेसवे वाला राज्‍य बन चुका है. रोड इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्‍य सरकार जुटी हुई है. इसी के तहत यूपी के दोनों औद्योगिक जिलों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए गाजियाबाद-कानपुर एक्‍सप्रेसवे बनोन की योजना बनाई गई है. यह एक्सप्रेसवे नौ प्रमुख जिलों से होकर गुजरेगा. इसमें गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव और कानपुर शामिल होंगे. इस ग्रीनफील्ड कॉरिडोर की पहली बार सितंबर 2019 में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा घोषणा की गई थी और 5 जुलाई, 2022 को केंद्र सरकार द्वारा इसे मंजूरी दी गई थी.

3 घंटे में गाजियाबाद से कानपुर

गाजियाबाद-कानपुर एक्‍सप्रेसवे से इन दोनों शहरों के बीच यात्रा का टाइम आधा ही रह जाएगा. अभी गाजियाबाद से कानपुर जाने में अगर यमुना एक्‍सप्रेसवे से जाते हैं तो करीब 6 घंटे का समय लगता है. वहीं, राष्‍ट्रीय राजमार्ग-9 (NH-9) के जरिए करीब 8 घंटे का समय लगता है. लेकिन, नए एक्‍सप्रेसवे के निर्माण के बाद यह समय घटकर 3 घंटे हो जाएगा. यह एक्‍सप्रेसवे को पहले चार लेन बनाया जाएगा. भविष्‍य में इसे 6 लेन तक बढ़ाया जा सकता है. यह एक्‍सप्रेसवे न केवल कई शहरों के बीच आवाजाही आसान करेगा यूपी की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ाने में अहम योगदान देगा. प्रोजेक्‍ट को साल 2025 तक पूरा करने का लक्ष्‍य रखा गया है.

नोएडा-गुरुग्राम को भी फायदा

गाजियाबाद-कानपुर एक्‍सप्रेसवे का फायदा यूपी के 9 जिलों- हापुड़, बुलंदरशहर, अलीगढ़, कासगंज, फरूखाबाद, कन्‍नौज और उन्‍नाव को तो होगा ही साथ ही इसका लाभ दिल्‍ली, नोएडा और गुरुग्राम को भी होगा. इसके बनने से दिल्‍ली-एनसीआर की यूपी के साथ कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी.

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