UP में नोयडा जैसा 1600 करोड़ की लागत से बनेगा यह शहर, 7 गांव की जमीन अधिग्रहण कर बनेगी यह नई सिटी

डेढ़ वर्ष का इंतजार खत्म हो गया। बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) की प्रस्तावित ग्रेटर बरेली आवासीय योजना का रास्ता साफ हो गया। शासन ने इसके लिए 684 करोड़ मंजूर किए हैं। मई के अंत तक 100 करोड़ रुपये की पहली किस्त मिल जाएगी
 

UP Breaking news  : 1600 करोड़ की लागत से बीडीए हाईटेक व सभी सुविधाओं से युक्त ग्रेटर बरेली कॉलोनी बसाएगा। एक हजार करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण पर और 684 करोड़ रुपये कॉलोनी को विकसित करने पर खर्च होंगे। काम शुरू करने से पहले डोहरा रोड पर नकटिया नदी पर सेतु निगम 70 मीटर लंबा पुल बना रहा है।


गांव मोहनपुरिया (रामनगर), अहरौला, कचौली, कंथरी, इटौवा बेनीराम, बलीपुर, नवदिया झादा गांवों के एक हजार किसानों से 240 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की तैयारी की जा रही है। इससे पहले बीडीए ने वर्ष 2004 में बिथरी चैनपुर ब्लॉक के गांव चंदपुर बिचपुरी में रामगंगानगर आवासीय योजना बसाने के लिए काम शुरू किया था। इसके लिए 276 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया था। गंगा, नर्मदा, कावेरी, अलकनंदा, ब्रह्मपुत्र, साबरमती, सरस्वती, शिवम, सत्यम एंक्लेव नाम से इसमें 12 सेक्टर बनाए गए हैं।

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ग्रेटर बरेली में होंगी ये सुविधाएंग्रेटर बरेली में झील, जिम, स्टेडियम, साइकिल ट्रैक, आधुनिक टॉयलेट, 200 सीट वाला पुस्तकालय, छोटी कैंटीन के साथ स्कूल, चार हेक्टेयर में पार्क, योग केंद्र, इलेक्ट्रॉनिक चार्जिंग प्वाइंट के साथ उच्च सुविधा वाला अस्पताल भी होगा। साथ ही एक संग्रहालय भी बनाया जाएगा।


रुहेलखंड के जिलों के एतिहासिक स्थलों और घटनाओं की झलक दिखाई जाएगी। ग्रेटर बरेली में विश्वस्तरीय हॉस्पिटल की एक शाखा होगी। आईटी क्षेत्र को विकसित करने के लिए बाजार बनाया जाएगा। मॉल, सिनेमा हॉल, सुपर बाजार, स्विमिंग पूल और पार्क जैसी सुविधाओं के साथ आधुनिक खेल मैदान और कोच की भी सुविधाएं होंगी। कॉलोनी के चार आधुनिक और आकर्षक गेट होंगे होंगे।

ग्रेटर बरेली योजना में 684 करोड़ मंजूर हुए हैं। योजना पर काफी समय से काम किया जा रहा है। मई के अंत तक 100 करोड़ रुपये का बजट मिलेगा। अति आधुनिक सुविधाएं लोगों को मुहैया कराई जाएगी। जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया काफी समय से चल रही है।

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