ये 802 किलोमीटर का एक्सप्रेस सफर में बचाएगा 13 घंटे, इन शहरों के लोग हुए निहाल

Shaktipeeth Expressway Map : देश में कई हाईवे और एक्सप्रेस वे बने हैं और बन भी रहे हैं। देश में पिछले सालों में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर बड़ा विकास हुआ है. लेकिन पहली बार धार्मिक एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है. इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 802 किलोमीटर होगी. इस एक्सप्रेसवे पर 21 घंटे वाला सफर मात्र 8 घंटे में पूरा हो जाएगा. इस एक्सप्रेसवे के आसपास लगने वाली जमीनों में तगडी तगड़ी बढ़ोतरी होगी।

 

Shaktipeeth Expressway Deadline : देश में 100 से ज्यादा एक्सप्रेसवे का निर्माण हो चुका है या फिर निर्माण कार्य चालू है. लेकिन देश में पहली बार धार्मिक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा. यह एक्सप्रेस वे तीन शक्तिपीठों से होकर गुजरेगा. इसलिए इसका नाम शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे रखा गया है। इस एक्सप्रेसवे की खास बात यह है कि यह आपको गोवा की सैर भी करवाएगा. बता दें कि नागपुर से गोवा के बीच 802 किलोमीटर का एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा. जिस दूरी को अभी तय करने में 21 घंटे का वक्त लगता है वह दूरी इस एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद मात्र 8 घंटे में पूरी हो जाएगी. सफर में 13 घंटे भी बच जाएंगे. 

जमीन अधिग्रहण

नागपुर से गोवा के बीच बनने वाले इस एक्सप्रेसवे का निर्माण महाराष्ट्र स्टेट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की तरफ से किया जाएगा. इस 802 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य जल्दी ही शुरू होने वाला है. इस एक्सप्रेसवे को स्वीकृति तो मार्च 2023 में ही मिल चुकी है लेकिन अब तक का वक्त इस एक्सप्रेसवे के लिए जमीन अधिग्रहण में चला गया है. लेकिन अब भूमि अधिग्रहण का काम लगभग पूरा होने वाला है. शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे 6 लाइन का होगा. और इश्क का निर्माण कार्य 2028-29 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इस एक्सप्रेसवे को बनाने में 83600 करोड रुपए की लागत राशि आने वाली है. 

तीन शक्तिपीठों से होकर गुजरेगा  

नागपुर से गोवा के बीच रास्ते में अगर आपको तीन शक्तिपीठों के दर्शन हो जाए तो यह तो सोने पर सुहाग वाली बात हो जाएगी. इस एक्सप्रेसवे की खास बात यही है और इसको इसी इसी बात को ध्यान में रखकर इसका निर्माण करवाया जा रहा है. नागपुर से जैसे ही आप चलेंगे सबसे पहले आपको महालक्ष्मी शक्तिपीठ के दर्शन होंगे. महालक्ष्मी शक्तिपीठ को पुराण के हिसाब से 18 महाशक्तिपीठों में शामिल किया गया है। इस एक्सप्रेस पर आगे चलकर तुलजा भवानी देवी के शक्तिपीठ के दर्शन होंगे. इस जगह पर भगवती के बाय शरीर का हिस्सा गिरा था. अंतिम और लास्ट शक्तिपीठ पत्रदेवी का आता है जो वर्धा जिले में पड़ने वाला है.

लाखों पर्यटकों होगें आकर्षित

नागपुर से गोवा तक एक राजमार्ग बनाया जा रहा है। सड़क यात्रा अब लाखों पर्यटकों को आकर्षित करेगी, जो हर साल यहां आते हैं। इस रास्‍ते में पड़ने वाले कस्‍बों और गांवों का विकास निश्चित रूप से होगा। जमीनों के रेट ऊपर जाएंगे, साथ ही दुकानदारों और ट्रेड में भी बढ़ोतरी होगी। एक्‍सप्रेसवे के आसपास नए प्रोजेक्‍ट भी आएंगे, इससे रियल एस्‍टेट सेक्‍टर भी फायदा उठाएगा। यह भी गोवा और नागपुर तक सीधी कनेक्टिविटी ट्रेड को बढ़ावा देगा।

जमीनों की कीमतों में तगडी बढ़ोतरी

नागपुर से गोवा तक अभी सीधी कनेक्टिविटी नहीं है, लेकिन मुंबई और पुणे इस रास्ते पर हैवी ट्रैफिक वाले शहर हैं। इस एक्सप्रेसवे के आसपास लगने वाली जमीनों की कीमतों में तगडी बढ़ोतरी होगी। आपकी गति स्पष्ट रूप से बहुत धीमी रहेगी और आपको जाम में भी फंसना पड़ सकता है। यही कारण है कि दोनों शहरों में आने-जाने में अभी 21 घंटे लगता है। शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे बनने के बाद 8 घंटे में यह दूरी तय हो जाएगी, जो आपका 13 घंटे का सफर बचाएगा।