उत्तर प्रदेश के इस 380 किलोमीटर के ग्रीन फील्ड हाइवे से 10 शहरों का होगा कायापलट, 90 फीसदी जमीन अधिग्रहण का कार्य हुआ पूरा

UP News - आपको बता दें कि गाजियाबाद और कानपुर के बीच 380 किलोमीटर लंबा एक ग्रीन फील्ड हाइवे, एनएचएआई (NHAI) ग्रीन हाइवे नीति के तहत बनाएगा। मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें कि ये हाईवे यूपी के दस शहरों को जोड़ेगा। इस हाईवे के लिए जमीन अधिग्रहण का काम 90 प्रतिशत पूरा हो गया है।
 

Green Field Highway: नोएडा-गाजियाबाद (Noida-Ghaziabad) से कानपुर (Kanpur) जाने में अब ज्यादा वक्त नहीं लगेगा. आप अब महज साढ़े 3 घंटे में कानपुर और नोएडा के बीच की दूरी तय कर सकेंगे. बता दें कि गाजियाबाद और कानपुर के बीच 380 किलोमीटर लंबा एक ग्रीन फील्ड हाइवे, एनएचएआई (NHAI) ग्रीन हाइवे नीति के तहत बनाएगा. इस हाइवे से यूपी के 10 शहर जुड़ेंगे. इस नए हाइवे की मदद से कोई भी गाजियाबाद से कानपुर तक महज साढ़े तीन घंटे में पहुंच जाएगा. बता दें कि अभी NH-91 गाजियाबाद और कानपुर को कनेक्ट करता है. ये 468 किलोमीटर लंबा है.

इन शहरों को जोड़ेगा नया हाइवे -

अधिकारियों के मुताबिक, नया हाइवे हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, एटा, फर्रुखाबाद और कन्नौज समेत गाजियाबाद और कानपुर को कनेक्ट करेगा. बता दें कि NH-91 और ग्रीनफील्ड हाइवे एक-दूसरे से 20 किलोमीटर की दूरी पर है. ये नया हाइवे बनने से यूपी के विकास को तेज गति मिलेगी.

क्या इस हाइवे की खास बात?

गौरतलब है कि इस नए हाइवे के लिए अधिग्रहण काम लगभग पूरा हो चुका है. जल्द हाइवे के एलिवेटेड कॉरिडोर, सब-वे और एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स का सटीक स्थान निर्धारित किए जाएंगे. फिर इसकी मंजूरी मिलते ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा. खास बात ये भी है कि गाजियाबाद और कानपुर के बीच का यह नया हाइवे हरे-भरे वनस्पतियों से घिरा होगा.

कब तक बनकर तैयार हो जाएगा ये हाइवे?

एनएचएआई अधिकारियों के अनुसार, ये हाइवे चार लेन का होगा. लगभग 90 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण हो चुका है. बस 10 प्रतिशत और जमीन की जरूरत होगी. इस प्रोजेक्ट को पूरा करने टारगेट साल 2025 रखा गया है. इस नए हाइवे के बन जाने से यूपी के दोनों इंडस्ट्रियल एरिया के बीच बिजनेस बढ़ेगा. साथ ही, कई हजार लोगों को जॉब पर भी रखा जाएगा.

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