UP से MP के बीच 4 लेन अपग्रेड होगा ये 360 किलोमीटर का मार्ग, ट्रैफिक जाम से मिलेगा निजात

Bhopal-Kanpur Economic Corridor : कानपूर भोपाल से करीब 550 किलोमीटर दूर है। छतरपुर से वाया झांसी जाना लगभग 12 घंटे लगता है। कई जगह दो लेन की सड़कें हैं। कॉरिडोर बनने से सफर लगभग दस घंटे में पूरा हो जाएगा और यात्रियों को दो घंटे की बचत होगी।

 

MP News : केंद्र ने मध्य प्रदेश को एक महत्वपूर्ण सौगात दी है। अब भोपाल-कानपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर चार लेन में विकसित होगा। इसे भी केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंजूरी दी है। इस कॉरिडोर का विस्तार 526 किमी है। मध्य प्रदेश का हिस्सा 360 किलोमीटर का होगा। कॉरिडोर चार चरणों में सुधार किया जाएगा। गुरुवार को भी केंद्र ने 3589 करोड़ रुपये का पैकेज जारी किया। मंडला-नैनपुर सड़क को भी सुधार दिया जाएगा। कॉरिडोर का निर्माण सबसे पहले मध्य प्रदेश में शुरू किया जाएगा। 2026 तक चार चरणों में यह कॉरिडोर बनकर तैयार हो जाएगा।

मध्य प्रदेश में औद्योगिक निवेश भोपाल-कानपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर से बढ़ेगा। इतना ही नहीं, उत्तर और मध्य प्रदेश में सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होगा। ट्रैफिक कम होगा और सफर कम समय में होगा।

कॉरिडोर का रूट हुआ, तय

भोपाल से इकोनॉमिक कॉरिडोर शुरू होगा। फिर सांची, विदिशा, ग्यारसपुर, राहतगढ़, सागर और छतरपुर जिले के सतई घाट तक जाएगा। इतना ही नहीं, ये कॉरिडोर को ओरछा जाने वाले दूसरे राजमार्ग से भी जोड़ देंगे। यह विभाग भोपाल से विदिशा, विदिशा से ग्यारसपुर, सतईघाट से चौका और चौका से कैमाहा तक बढ़ाया जाएगा। मंडला-नैनपुर सड़क को भी सुधार दिया जाएगा।

दो घंटे की होगी, बचत

कानपूर भोपाल से करीब 550 किलोमीटर दूर है। छतरपुर से वाया झांसी जाना लगभग 12 घंटे लगता है। कई जगह दो लेन की सड़कें हैं। कॉरिडोर बनने से सफर लगभग दस घंटे में पूरा हो जाएगा और यात्रियों को दो घंटे की बचत होगी।

4 फेज में पूरा होगा, यह प्रोजेक्ट

प्राप्त जानकारी के अनुसार भोपाल से कानपूर कॉरिडोर चार फेज में समाप्त होगा। पहले चरण में भोपाल से विदिशा का हिस्सा विकसित किया जाएगा। फिर ग्यारसपुर खंड, छतरपुर के सताई घाट से चौका और फिर चौथा कमाहा (UP) तक जाएगा।