रोमांच भरा सफऱ करवाएगा ये 12 लेन का एक्सप्रेसवे, नीचे से गुजरेंगे हाथी-भालू समेत कई जंगली जानवर, होने वाला है तैयार

Delhi-Dehradun Expressway : उत्तर प्रदेश और राजधानी दिल्ली की जनता को एक और नए एक्सप्रेस की सौगात मिलने वाली है। इस एक्सप्रेसवे पर सफर अति रोमांचक जनक होगा। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद दिल्ली से देहरादून का 6 घंटे का सफर मात्र ढाई घंटे में पूरा हो जाएगा। 

 

Delhi-Dehradun Expressway Map : दिल्ली और उत्तर प्रदेश की जनता जंगल सफारी जैसा मजा लेते हुए एक्सप्रेसवे का आनंद उठेगी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एक ऐसा एक्सप्रेसवे बना रहा है जो सफर करने वालों को जंगल सफारी जैसा रोमांस का मजा देगा। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली और उत्तराखंड को भी इसका बड़ा फायदा पहुंचाने वाला है। इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 210 किलोमीटर की होगी। 

पहाड़ों और हिल स्टेशन से जोड़ते हुए आनंदमई सफर का मजा

यह 210 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे मैदान को पहाड़ों और हिल स्टेशन से जोड़ते हुए आनंदमई सफर का मजा यात्रियों को देगा। इस अनोखे एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य उसे स्तर पर चालू है। इस एक्सप्रेसवे की खासियत यह है कि इसका 20 किलोमीटर का हिस्सा घनी जंगलों के बीच से होकर गुजरता है जो आपको जंगल सफारी जैसा आनंदमयी में सफर का मजा देगा।

2 और हाईवे से जोड़ा जाएगा

वास्तव में, हम बात कर रहे हैं दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (Delhi-Dehradun Expressway) की। यह 3 फेज में बनाया जा रहा है और फिलहाल 6 लेन का है, लेकिन एनएचएआई ने कहा है कि इसे मई, 2025 तक शुरू कर दिया जाएगा. एक्सप्रेसवे को सहारनपुर से 2 और हाईवे से जोड़ा जाएगा, जो समय, पैसा और जाम को बचाएगा। इसे बढ़ाकर 12 लेन का किया जाएगा.

छह घंटे का सफर होगा मात्र 2.5 घंटे में 

दिल्ली से देहरादून तक जाने में अभी पांच से छह घंटे लगते हैं। ऊपर से जाम और तेल की लागत भी अधिक होती है। इसके लिए 250 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की जानी चाहिए। नया एक्सप्रेसवे बनने के बाद यह दूसरा 210 किलोमीटर हो जाएगा और ट्रेवल टाइम आधे से कम होकर सिर्फ 2.5 घंटे रह जाएगा। आपका ईंधन और पैसा भी बचेगा।

13 हजार करोड़ रुपये की लागत 

इस एक्सप्रेसवे को बनाने में लगभग 13 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। जुलाई में पहला फेज शुरू होने की संभावना है, जो दिल्‍ली के अक्षरधाम को बागपत के पास ईस्टर्न पेरीफेरल एक्‍सप्रेसवे से जोड़ता है। पहला फेज लगभग 31 किलोमीटर का है और इसे बनाने में लगभग 3,250 करोड़ रुपये खर्च होंगे। गीता कॉलोनी, दिल्ली से खजूरी खास तक 6.4 किलोमीटर सड़क पहले फेज में बनाई गई है।

घना जंगल खूंखार जानवरों से भरा

राजाजी नेशनल पार्क, इस एक्सप्रेसवे को बनाने में सबसे बड़ी चुनौती था। एक्‍सप्रेसवे सिर्फ इसके बीच से गुजरता है क्योंकि यह घना जंगल खूंखार जानवरों से भरा है। यह सेक्‍शन भी करीब 20 किलोमीटर का है। यह पूरा सेक्‍शन या तो जमीन के अंदर से या फिर ऊपर से गुजरेगा। इसके लिए NHAI ने जंगल के बीच दो किलोमीटर की एक टनल भी बनाई है। वाइल्ड लाइफ कॉरिडोर में हाथी और अन्य जंगली जानवरों का आश्रय है।