विदेशों की तरह हूबहू बनाई जाएगी Noida की यह सड़कें, बैठक में लगी मुहर
Saral Kisan ( नई दिल्ली ) Noida Authority : रीजनल मोबिलिटी प्लान के तहत नोएडा की कनेक्टिविटी दिल्ली से बेहतर हो, इस पर फोकस किया जाएगा। शहर में दुबई, सिंगापुर और फ्रांस की जैसी हाईटेक सड़कें बनाई जाएंगी। इसके लिए प्राधिकरण प्रोजेक्ट पर काम करने वाली कंपनियों से संपर्क करेगी। गौरतलब है कि नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम. ने नियोजन विभाग की पुरानी आरएफपी पर असहमति जता कर नामंजूर कर दिया है। अब रीजनल कांप्रेहेंसिव मोबिलिटी प्लान बनाने के लिए नए सिरे से काम किया जाएगा।
नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों ने बताया कि वह दुबई, फ्रांस और सिंगापुर जैसे शहरों का यातायात और सड़क नेटवर्क का प्लान तैयार करने वाले सलाहकारों से संपर्क तत्काल कर उनके सुझाव के आधार पर आरएफपी तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। जिससे ग्लोबल टेंडर के दौरान उन कंपनियों को काम करने के लिए आकर्षित किया जा सके। आगामी 50 सालों तक दिल्ली से बेहतर कनेक्टिविटी और इस रीजन को जाम मुक्त बनाने के सुझाव मांगे जा रहे हैं। इस बाबत जितने भी सुझाव आएंगे, उनको कंपनी प्लान में शामिल करेगी।
आर्थिक जोन सेंटर के रूप में विकसित होगा पूरा पश्चिमी क्षेत्र
अधिकारियों की मानें तो नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के अलावा न्यू नोएडा को औद्योगिक टाउनशिप के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसका पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, बुलंदशहर, मेरठ, मोदीनगर, हापुड़ आदि पर भी प्रभाव पड़ेगा। इसलिए पूरे पश्चिमी क्षेत्र को आर्थिक जोन सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा।
इसके लिए जो रीजनल प्लान तैयार किया जाएगा, उसमें अर्बन प्लानिंग, एरनवायमेंटल इंजीनियरिंग, ट्रांसपोर्ट प्लानिंग और शहरी अर्थशास्त्र क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल होंगे। इसके लिए नोएडा प्राधिकरण के नियोजन विभाग को नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि रीजनल प्लान बनाने के लिए तमिलनाडु राज्य द्वारा तैयार किए गए रीजनल कनेक्टिविटी प्लान के आधार पर योजना को आगे बढ़ाया जाएगा।
13 अगस्त को बोर्ड बैठक में लगी थी मुहर
रीजनल प्लान तैयार करने के प्रस्ताव पर 13 अगस्त को बोर्ड बैठक में मुहर लग गई थी। जिले के तीनों प्राधिकरण अधिकारियों की एक समिति गठित कर दी गई है, जिसका अध्यक्ष नोएडा प्राधिकरण सीईओ को बनाया गया है। तमिलनाडु द्वारा तैयार किए गए प्लान को भी आरएफपी में शामिल करने की बात कही गई है। परियोजना के धरातल पर उतरने के बाद नोएडा में शहरवासियों को जाम से मुक्ति मिलेगी। इसके अलावा पश्चिम उत्तर प्रदेश में सुरक्षित और सुगम यातायात को उपलब्ध कराया जा जाएगा।