उत्तराखंड से नेपाल को बन रहे हाईवे पर उत्तर प्रदेश की जमीन में बनेंगे ये पुल

उत्तराखंड से नेपाल को बनाए जा रहे फोरलेन हाईवे में यूपी सिंचाई विभाग की जमीन पर दो स्पान पुल बनने हैं। कैनाल क्षेत्र में प्रस्तावित स्पान पुल यूपी की भूमि पर बनने हैं।
 

Saral Kisan : उत्तराखंड से नेपाल को बनाए जा रहे फोरलेन हाईवे में यूपी सिंचाई विभाग की जमीन पर दो स्पान पुल बनने हैं। कैनाल क्षेत्र में प्रस्तावित स्पान पुल यूपी की भूमि पर बनने हैं। जिसके लिए जीएटी अप्रूवल के लिए एनएचएआई ने यूपी सिंचाई विभाग को पत्राचार किया है।

बनबसा के जगबुड़ा पुल से नेपाल सीमा तक भारत सरकार 4.2 किमी फोरलेन हाईवे बना रहा है। इसका कार्य निर्माणाधीन है। इस फोरलेन हाईवे को नेपाल की ओर से महाकाली नदी पर बनाए गए 800 मीटर के पुल से जोड़ा जाना है।

जिसके बाद भारत का यह हाईवे नेपाल में बन रहे सूखा बंदरगाह (ड्राई पोर्ट) से लिंक होगा। पूर्व में भारत की जमीन पर आपत्तियों का दौर रहा। जहां गुदमी, लाटाखल्ला और भैंसाझाला के ग्रामीणों ने हाईवे के सर्वे का विरोध किया। जिसके बाद मजबूरन एनएचएआई को एलाइनमेंट में बदलाव करना पड़ा।

एनएचएआई के मुताबिक कैनाल में उत्तर प्रदेश सिंचाई की जमीन पर 55-55 मीटर के दो स्पान पुल प्रस्तावित हैं। एनएचएआई की रुद्रपुर अभियंता मीनू ने बताया कि स्पान पुल की जीएटी अप्रूवल होकर आनी है। जिसके बाद शीघ्र पुल तैयार होंगे।    

2200 से अधिक पेड़ आए हाईवे की जद में

फोरलेन हाईवे निर्माण में सर्वे टीम ने 2200 से अधिक पेड़ों का छपान किया। जिन्हें वन निगम की मदद से काट दिया गया है। ये पूरी वन भूमि में थे, जो कि खटीमा रेंज में आते हैं। इसके अलावा हाईवे को अप्रैल 2024 तक पूरा करने का केंद्र सरकार का लक्ष्य है।

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