इंदौर से उज्जैन रोड की दोनों तरफ से बढ़ाई जाएगी चौड़ाई, 8 मीटर होगा चौड़ीकरण, एक हिस्सा बनेगा 6 लेन
MP News : मध्य प्रदेश में उज्जैन सिंहस्थ को लेकर मोहन यादव सरकार अभी से बड़ी तैयारीयों में जुट चुकी है। उज्जैन के सबसे बड़े हिंदू धार्मिक मेले से पहले मध्य प्रदेश के इन दो जिलों के बीच सड़क को सिक्स लेन में तब्दील किया जाएगा। मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम जल्द ही इस पर निर्माण कार्य शुरू करने वाला है.
Madhya Pradesh News : उज्जैन सिंहस्थ भारत के मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में हर 12 साल में आयोजित होने वाला एक हिंदू धार्मिक मेला है । इस नाम का लिप्यंतरण सिंहस्थ या सिंहस्थ के रूप में भी किया जाता है। मध्य प्रदेश में सबसे बड़े हिंदू धार्मिक मेले को लेकर सरकार अभी से प्रयासरत है। धार्मिक श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए सरकार ने अभी से बड़ी तैयारी शुरू कर दी है। उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ को मध्य नजर रखते हुए मोहन यादव सरकार ने इंदौर और उज्जैन के बीच सड़क को सिक्स लेन बनाने का निर्णय लिया है।
फोरलेन का काम जल्द शुरू होगा
मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम इंदौर उज्जैन फोरलेन का काम जल्द शुरू करने वाला है। जैसे ही सड़क के लिए निर्माण एजेंसी तय हो जाती है उसके बाद एमपीआरडीसी दिसंबर महीने से इस सड़क से जुड़े कार्यों को प्रारंभ करने की योजना बना रहा है। इस समय इस सड़क की चौड़ाई 17 मीटर है. इस सड़क के दोनों तरफ साढ़े आठ-साढ़े आठ मीटर चौड़ाई है. इस सड़क को सिक्स लेन में बदलने के बाद इसकी 25 मीटर की चौड़ाई रह जाएगी।
ट्रैफिक प्रभावित नहीं होगा
सिक्सलेन में बदलने के बाद ये 25 मीटर की रहेगी। प्रत्येक भाग चार से चार मीटर चौड़ा होगा। इसके बाद ट्रैफिक प्रभावित नहीं होगा। साथ ही, दोनों ओर सर्विस लेन बनाए जाएंगे, जो गांवों से सीधे जुड़ेंगे। इंदौर-उज्जैन राजमार्ग का निर्माण 1619 करोड़ रुपये में होगा। इंदौर के अरबिंदो अस्पताल से हरिफाटक ब्रिज तक 46 किलोमीटर का रास्ता सिक्सलेन में बदल जाएगा।
फ्लाईओवर, अंडरपास का होगा निर्माण
पहला चरण इंदौर से उज्जैन के बीच 14 किमी का होगा। बाद में 16 से 16 किमी की सड़क बनाई जाएगी। गांव से बाहर निकलने वाली सड़कें सर्विस लेन से जुड़ी जाएंगी। वाहन इससे सीधे सिक्सलेन पर नहीं आ सकेंगे। आठ जगह बड़े जंक्शन होंगे। ऐसे ही इंजीनियरिंग कॉलेज, सांवेर और शांति पैलेस तिराहा पर फ्लाईओवर होंगे। नदी-नालों पर और भी ब्रिज बनाए जाएंगे। आधा दर्जन अंडरपास भी रहेंगे। अगले महीने निर्माण एजेंसी के साथ अनुबंध होगा, एमपीआरडीसी के महाप्रबंधक राकेश जैन ने कहा। इसके बाद कार्यकर्ता को निकाला जाएगा।