उत्तर प्रदेश का इकलौता बीच, जहां घूमने पर मिलेगा मालदीव जैसा मजा
UP : जी हां, आपने सही सुना, भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में भी एक बीच है, लेकिन एक फेमस टूरिस्ट न होने की वजह से लोग इस जगह को काफी कम जानते हैं। यहां हम बात कर रहे हैं पीलीभीत में मौजूद चूका बीच के बारे में जो शारदा नहर और शारदा सागर बांध के बीच में मौजूद है। हालांकि ये जगह एक रेगुलर समुद्र तट की तरह नहीं है, लेकिन यहां आपको रेत, ऊंचे-ऊंचे पेड़ देखने को मिल जाएंगे, जहां का नजारा एकदम आइलैंड और बीच जैसा लगता है।
यहां लोग सन बाथ का मजा लेने आते हैं, घने पेड़-पौधों के बीच फोटोज क्लिक कराने आते हैं, और तो और ट्री हॉउस में भी कुछ दिन स्टे करके जाते हैं। अगर आप हिल स्टेशन देख-देखकर थक चुके हैं, तो यहां आप बीच पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
चूका बीच कहां स्थित है ?
चूका बीच पीलीभीत टाइगर रिजर्व में पीलीभीत शहर के बाहरी इलाकों में मौजूद है। चूका बीच एक ऐसा टूरिस्ट स्पॉट है, जहां आपको काफी शांति देखने को मिलेगी। ये जगह उत्तर प्रदेश में बरेली से करीबन एक घंटे दूर है और गाजियाबाद से लगभग 5 से 6 घंटे दूर पड़ती है। ये जगह भारत-नेपाल की सीमा पर स्थित है, जहां की प्राकृतिक सुंदरता को हैरान कर देती है। यहां जाने के लिए लोग घने और निर्जन जंगलों से होते हुए चूका बीच जाते हैं। पहले इस जगह के बारे में बहुत ही कम लोग जाते थे, लेकिन जब से इस जगह के बारे में पता चला है, तब से यहां लोगों की भीड़ देखी जा सकती है।
चूका बीच पर आप क्या कर सकते हैं ?
चूका इको टूरिज्म स्पॉट प्रकृति से घिरा हुआ स्थान है, जहां की खूबसूरती यहां आने वाले को दोबारा आने पर मजबूर कर देती है। बता दें, यहां ट्री हाउस या थॉटेड हट्स सबसे ज्यादा है, जिसे यहां के पर्यटन विभाग द्वारा बनवाया गया है। इन ट्री हाउस में ठहरने की कीमत 1500 रुपए से लेकर 4000 हजार रुपए है, जिसे आपको पहले से बुक करना पड़ेगा। अगर आप चूका बीच या चूका ईको टूरिज्म स्पॉट पर जा रहे हैं, तो पैडल वाली नाव में बोटिंग का मजा ले सकते हैं। हाल ही में ये नाव पर्यटकों के लिए शुरू की गई है। यही नहीं, यहां कैंटीन भी है, जहां आप अपनी भूख मिटाने के लिए जा सकते हैं।
पीलीभीत के चूका बीच में 26 जंगल सफारी हैं ?
पीलीभीत मुख्यालय से 37 किमी दूर मौजूद इस बीच का मुख्य द्वार माना जाता है। यहां से सैलानी अपने वाहन को खड़ा करके जंगल सफारी की गाड़ी से घूम सकते हैं। दरअसल टूरिस्ट प्लेस पर प्राइवेट वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है, इसलिए वन विभाग की ओर से 26 जंगल सफारी का इंतजाम किया हुआ है। एक वाहन से करीबन 6 लोग घूम सकते हैं। वाहन में घूमने का खर्च 3300 रुपए है, काउंटर में पैसा जमा करने के बाद सैलानी चूका बीच के साथ-साथ जंगल के अन्य स्थलों में भी घूम सकते हैं।
जंगल में सफारी के लिए दो दिन है काफी
जंगल में घूमने के लिए दो दिन काफी हैं, इसमें सुबह छह बजे से सुबह के 9 बजे तक का समय है, वहीं शाम को तीन बजे से शाम के 6 बजे तक आप सफारी में घूम सकते हैं। अगर खाने की बात करें, तो चूका क्षेत्र के आसपास का खाना भारतीय, चीनी और भारत-पश्चिमी का मिश्रण है। नेपाल की सीमा के पास होने की वजह से आपको यहां नेपाली खान भी देखने को मिलेगा।
रात में भी है ठहरने की बेहतर व्यवस्था
चूका बीच आने वाले सैलानियों के रुकने के लिए यहां दिन रात व्यवस्था की गई है। यहां बनी वाटर, ट्री, बैंबो और थारू हट बुक करके आराम से ठहर सकते हैं। सैलानी ऑनलाइन वेबसाइट upecotourism.in पर भी जाकर इन कमरों को बुक कर सकते हैं। पर्यटन सत्र के दौरान यहां रोजाना दो से तीन सौ सैलानी आते हैं।
ऐसे जा सकते हैं चूका बीच
पीलीभीत पहुंचने के बाद सैलानियों को गौहनिया चौराहे पर जाना होगा, इसके बाद माधोटांडा मार्ग पर 30 किमी की दूरी तय करके कलीनगर के हरदोई ब्रांच नहर के पुल से सटे नहर के रास्ते को पार करने के बाद खटीमा मार्ग पर जाना होगा। यहां से सात किमी की दूरी तय कर सैलानी मुस्तफाबाद गेस्ट जाएंगे। जंगल सफारी वाहन को बुक करने के बाद आप सैर के लिए जाएंगे।