दिल्ली से जयपुर तक 20 किलोमीटर घट जाएगा सफर, जल्द पूरा होगा लिंक बाईपास का काम

New Greenfield Expressway : यह लिंक एक्सप्रेसवे लगभग डामरीकरण हो गया है। फिलहाल, बगराना में रिंग रोड से कनेक्टिंग और कोलवा में रेलवे ट्रैक के ऊपर पुलिया का काम तेजी से चल रहा है। NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर बलवीर सिंह यादव ने दौसा में कहा कि लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण नवंबर 2024 तक पूरा होना चाहिए। पिछले महीनों में भारी बारिश ने काम पर असर डाला।
 

Jaipur-Bandikui Greenfield Expressway : दिल्ली से जयपुर की दूरी अब सिर्फ 3 घंटे में पूरी हो जाएगी। जयपुर-बांदीकुई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे लिंक (बाइपास) का 83 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। 67 किलोमीटर की दूरी है। यहां नए साल में लोग आने लगेंगे। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के अधिकारियों का अनुमान है कि ट्रैफिक शुरू होने के बाद स्थानीय जाम कम होंगे।

NHAI के मैनेजर पुष्पेंद्र सिंह ने बताया कि यह लिंक एक्सप्रेसवे जयपुर में रिंग रोड के पास बगराना से शुरू होकर दौसा जिले के बांदीकुई कस्बे से कुछ किलोमीटर पहले श्यामसिंहपुरा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस से जुड़ेगा।

भारी बारिश की वजह से हुई, निर्माण में देरी

यह लिंक एक्सप्रेसवे लगभग डामरीकरण हो गया है। फिलहाल, बगराना में रिंग रोड से कनेक्टिंग और कोलवा में रेलवे ट्रैक के ऊपर पुलिया का काम तेजी से चल रहा है। NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर बलवीर सिंह यादव ने दौसा में कहा कि लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण नवंबर 2024 तक पूरा होना चाहिए। पिछले महीनों में भारी बारिश ने काम पर असर डाला।

निर्माण कार्य अब फिर से चल रहा है। इसे कोलवा में रेलवे पुलिया और बगराना में इंटरचेंज का निर्माण पूरा होने के बाद शुरू किया जाएगा। फिलहाल, इसमें तीन महीने और लग सकते हैं। जयपुर-दिल्ली की दूरी को कम करने के लिए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, जो दिल्ली से मुंबई को जोड़ता है, बांदीकुई बाइपास बनाया गया है।

जयपुर से बांदीकुई का काम पूरा होगा, तीन महीने में

1368 करोड़ रुपये की लागत से जयपुर-बांदीकुई बाइपास एक्सप्रेसवे बनने से दिल्ली की दूरी 20 किमी कम हो जाएगी। एक्सप्रेसवे पर सिर्फ पांच कट होने से ट्रैफिक का दबाव नहीं होगा। इससे दिल्ली को तीन घंटे में प्राप्त किया जा सकेगा। फिलहाल, दिल्ली पहुंचने में साढ़े तीन से चार घंटे लगते हैं। जयपुर से बांदीकुई जाने में 30 मिनट का समय लगेगा। NHAI का दावा है कि काम तीन महीने में पूरा होने के साथ ही नए साल में इस सड़क पर चलना शुरू हो जाएगा।

12 फीट ऊंचाई पर बनेगा, एक्सप्रेसवे

लिंक एक्सप्रेसवे का काम नवंबर तक समाप्त हो जाएगा। धरातल से एक्सप्रेसवे 10–12 फीट ऊंचा है। इससे जानवर सड़क पर नहीं आएंगे और दुर्घटनाएं कम होंगी। हर 20 किमी पर सड़क पर रेस्तरां, मैकेनिक, पेट्रोल और होटल-होटल की सुविधाएं होंगी। जयपुर और बांदीकुई के बीच पांच उतरने-चढ़ने के स्थान बनाए जा रहे हैं। इंटरचेंज से गाड़ी एक्सप्रेसवे पर चढ़-उतर सकेगी।

यह काम कानोता-बगराना टोल, नायला, जमवारामगढ़ रोड पर लालवास-सुंदरपुरा, सैंथल रोड पर खुरी खुर्द, बांदीकुई के पास भेड़ाेली में अंतिम चरण में है। बांदीकुई तक पहुंचने के लिए आपको भेड़ोली पर उतरना होगा। साथ ही, श्यामसिंहपुरा इंटरचेंज से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे सीधे चल सकेगा।

एनएच 21 पर कम होगा, ट्रैफिक का दबाव

वर्तमान में, जयपुर से दिल्ली जाने के लिए नेशनल हाईवे 21 से गुजरना होगा और भांडारेज इंटरचेंज होते हुए एक्सप्रेसवे पर चलना होगा। जयपुर-दौसा के बीच 62 किमी की दूरी पर भारी ट्रैफिक की वजह से आने-जाने में अधिक समय लगता है। जयपुर-बांदीकुई लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण होने के बाद एनएच 21 पर दौसा-जयपुर के बीच ट्रैफिक दबाव कम होगा।