उत्तर प्रदेश के किसानों की हुई मौज! महंगे बीज से मिलेगा छुटकारा

किसान पश्चिम उत्तर प्रदेश के जिलों में फल और सब्जियों की खेती के लिए हरियाणा, दिल्ली सहित अन्य राज्यों से महंगी बीज भी खरीदते हैं। इसके बावजूद भी फसल मुनाफा नहीं देती। किसानों के लिए यह अच्छी खबर है।
 

Saral Kisan : किसान पश्चिम उत्तर प्रदेश के जिलों में फल और सब्जियों की खेती के लिए हरियाणा, दिल्ली सहित अन्य राज्यों से महंगी बीज भी खरीदते हैं। इसके बावजूद भी फसल मुनाफा नहीं देती। किसानों के लिए यह अच्छी खबर है। मेरठ उद्यान विभाग अब आधुनिक तकनीक के माध्यम से किसानों को अच्छी फसल की पौध देगा। अब पौध को उच्च तकनीक वाली नर्सरी में तैयार किया जाएगा।

मेरठ उद्यान विभाग के उपनिदेशक डॉ. विनीत कुमार ने बताया कि बुलंदशहर, हापुड़, मेरठ, बागपत और उत्तर प्रदेश शासन के दिशानिर्देशों के अनुसार यह हाईटेक नर्सरी बनाई जा रही है। बुलंदशहर की नर्सरी अब तैयार है। उनका कहना था कि इसमें बीजों का अंकुरण हाईटेक तकनीक का उपयोग करते हुए किया जाएगा, ताकि बेहतर गुणवत्ता की पौध तैयार की जा सके।

किसानों को एक रुपये शुल्क देना होगा

डॉ. विनीत कुमार का कहना है कि हाईटेक नर्सरी किसानों को बेहतर पौधों की पेशकश करेगी। यह नर्सरी किसी भी किसान के लिए उपयुक्त है जो अपने खेतों में बीजों का अंकुरण करना चाहते हैं। वह नर्सरी के अधिकारियों से मिलने के लिए सभी को अपने बीच ला सकता है। ऐसे किसानों से एक रुपये प्रति पौध लिया जाएगा। साथ ही बताया कि इससे किसानों को बहुत लाभ मिलेगा। माना जाता है कि किसान महंगी बीज खरीद कर जमीन में उगाते हैं, लेकिन काफी पौध नहीं उगती है। किसानों को इससे नुकसान होता है। किसानों को इस नर्सरी में जो भी बीज चाहिए मिलेगा। उसे पूरा परिणाम मिलेगा।

आय भी दोगुनी होगी

डॉ. विनीत कुमार का कहना है कि जमीन में बीमारी होने के कारण बहुत से पौधों का बेहतर परिणाम नहीं मिलता। इस तरह भी उसमें बदलाव होगा। वास्तव में, इस पौध की गुणवत्ता भी बहुत बेहतर होगी। कम लागत में किसानों को अधिक उत्पादन मिलेगा।

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