इन देशों में रहते है इतनी ज्यादा संख्या में भारतीय की बस जाएगा एक नया देश, जानिए क्या है कारण

भारत में लोगों को अच्छी नौकरी और उचित वेतन की समस्या है। युवाओं को अपनी क्षमता के हिसाब से कम वेतन लगने लगता है। लोगों को पर्याप्त धन नहीं मिलता है जिससे वे अपनी जिंदगी जी सकें। इसके चलते लोग विदेश जाना शुरू कर देते हैं। क्या आप जानते हैं कि भारतीयों को कौन सा देश सबसे पसंद है और अधिकांश भारतीय कहाँ जाते हैं?
 

Saral Kisan : भारत लगातार आगे बढ़ रहा है। लेकिन अभी भी बहुत से भारतीय विदेशों में अपना सुंदर भविष्य खोज रहे हैं। विदेश में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों और नौकरी करने वाले लोगों की संख्या बहुत अधिक है। लाखों लोग भारत छोड़कर विदेश जा रहे हैं। 14 मार्च को लोकसभा में पेश किए गए दस्तावेज़ में कहा गया है कि 1983 के इमिग्रेशन एक्ट के तहत 2022 में 3,73,434 भारतीयों (जिनमें से 10,654 पंजाब से थे) को इमिग्रेशन क्लियरेंस दिया गया था।

भारत में लोगों को अच्छी नौकरी और उचित वेतन की समस्या है। युवाओं को अपनी क्षमता के हिसाब से कम वेतन लगने लगता है। लोगों को पर्याप्त धन नहीं मिलता है जिससे वे अपनी जिंदगी जी सकें। इसके चलते लोग विदेश जाना शुरू कर देते हैं। क्या आप जानते हैं कि भारतीयों को कौन सा देश सबसे पसंद है और अधिकांश भारतीय कहाँ जाते हैं?

विदेश में अच्छी कमाई

ज्यादातर भारतीय अच्छी कमाई के लिए विदेश जाते हैं। लोग भारत वापस नहीं जाना चाहते क्योंकि वे सोचते हैं कि विदेशों में काम करने का माहौल अच्छा है और काम करने के अनुसार पैसे मिलते हैं। स्विट्जरलैंड दुनिया में सबसे अधिक एवरेज मंथली नेट सैलरी है। औसत मासिक शुद्ध सैलरी यहां 6,096 डॉलर है, या 4,98,652 रुपये। सिंगापुर में औसत मंथली नेट सैलरी 4989 डॉलर है, या 4,08100 रुपये। यूएस में, औसत सैलरी 4245 डॉलर (3,47,241 रुपये) है।

अमेरिका पहले स्थान पर है

लाखों भारतीयों को अमेरिका जाने का सपना है। वहां जरूरत की सभी सुविधाओं का उपलब्ध होना इसका सबसे बड़ा कारण है। एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में 46 लाख से अधिक भारतीय रहते हैं। संयुक्त अरब अमीरात, जहां 31.5 लाख भारतवासी रहते हैं, दूसरे स्थान पर है। तीसरे स्थान पर मलेशिया है, जहां लगभग 30 लाख भारतीय रहते हैं।

भारतीय इन 18 देशों में जा रहे हैं

1983 का इमिग्रेशन कानून भारत के नागरिकों को विदेशों में काम करने का अवसर देता है। इस कानून के तहत 18 देशों में भारतीयों को रोजगार मिलता है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), सऊदी अरब, इंडोनेशिया, कतर, ओमान, कुवैत, बहरीन, मलेशिया, लीबिया, जॉर्डन, यमन, सूडान, दक्षिण सुडान, अफगानिस्तान, इंडोनेशिया, सीरिया, लेबनान और थाईलैंड इस सूची में शामिल हैं।

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