सेहत के लिए नुकसानदायक मसाले, भारत में मसालों के परीक्षण में 12 फीसदी नमूने फैल
 

Spices Test : अपने खाना बनाने में प्रयोग किए जाने वाले मसाले अच्छी क्वालिटी के ना होने पर सेहत पर बुरा असर डालते हैं.   दुनिया में स्वस्थ शरीर के आगे पैसा दौलत कुछ भी नहीं है. देश के सबसे बड़े मसाला ब्रांड एमडीएच और एवरेस्ट मसाले की गुणवत्ता को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है.

 

Spice Quality And Safety Standards : देश के दो सबसे बड़े मसाला ब्रांड एमडीएच और एवरेस्ट के मसालों की गुणवत्ता पर कई देशों द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने देश में बिकने वाले मसालों की जांच की। इस जांच रिपोर्ट के अनुसार, जांचे गए नमूनों में से 12% सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतरे। सूचना के अधिकार अधिनियम (आरटीआई) के तहत रॉयटर्स द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, मई और जुलाई की शुरुआत के बीच जांचे गए 4,054 नमूनों में से 474 गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतरे।

कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई

खाद्य नियामक FSSAI ने अपने जवाब में कहा कि उसके पास जांचे गए मसालों का ब्रांडवार ब्योरा नहीं है, लेकिन वह गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर खरे नहीं उतरने वाली कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। जबकि एमडीएच और एवरेस्ट  ने दावा किया कि उनके उत्पाद उपभोक्ताओं के लिए सुरक्षित हैं। ज़ायने मार्केट रिसर्च के अनुसार, 2022 में भारत के घरेलू मसाला बाजार का मूल्य 84 हजार करोड़ रुपये था। मार्च में समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष 2023-24 में मसालों और मसाला उत्पादों का निर्यात रिकॉर्ड 37 हजार करोड़ रुपये था।

भारतीय मसालों की जांच 

अप्रैल में, हांगकांग ने कीटनाशकों के उच्च स्तर के कारण एमडीएच और एवरेस्ट ब्रांड के कुछ लोकप्रिय उत्पादों की बिक्री निलंबित कर दी थी।  इस पर एफएसएसएआई ने मसाला मिश्रणों की जांच, सैंपलिंग और परीक्षण किया। हांगकांग के कदम के बाद ब्रिटेन ने भारत से सभी मसालों के आयात पर नियंत्रण कड़ा कर दिया, जबकि न्यूजीलैंड, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि वे इन ब्रांडों से जुड़े मुद्दों की जांच करेंगे।

इसी कड़ी में जांच एजेंसी ने रॉयटर्स को बताया कि उसके द्वारा परीक्षण किए गए मसालों के ब्रांडों में कोई खराबी नहीं है, लेकिन इनमें शामिल कंपनियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। ज़िओन मार्केट रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार 2022 में भारत का घरेलू मसाला बाजार 10.44 बिलियन डॉलर का था। मसालों और मसाला उत्पादों का निर्यात मार्च में समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में रिकॉर्ड 4.46 बिलियन डॉलर था।