चंडीगढ़ के इस सेक्टर में सिंगल रोड का होगा चौड़ीकरण, इन गांवों को मिलेगा तगड़ा फायदा 
 

Chandigarh News : चंडीगढ़ के इस सेक्टर में सिंगल रोड को 44 फुट डबल लाइन बनाने की बड़ी सौगात मिली है। इस डबल लाइन रोड से कई गांव के लोगों को फायदा पहुंचाने वाला है। इस रोड पर पैदल और साइकिल से चलने वालों के लिए खास इंतजाम किए गए।

 

Chandigarh News : सेक्टर-14/25 से आगे की सिंगल रोड भी अब 44 फुट की डबल लेन होगी। रोड के दोनों तरफ 6-6 फुट का पैडस्ट्रियन पाथ-वे और 8-8 फुट का साइकिल ट्रैक भी बनेगा। इसके बनने से गांव धनास, रिहैबिलिटेशन कॉलोनी चमन-अमन, अंबेडकर, धनास हाउसिंग बोर्ड, मिल्क कॉलोनी, खुड्डा लाहौरा, नयागांव और पीजीआई आने-जाने वालों को ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिल सकेगा। 

रोड को डबल लेन करने का मामला 230 पेड़ों की वजह से रुका हुआ था। अब प्रशासन की ट्री फालिंग कमेटी ने 70 पेड़ काटने की मंजूरी दी है। इस संबंधी लेटर एमसी ऑफिस में सोमवार को पहुंचा है। फॉरेस्ट एरिया में ज्यादा पेड़ काटने की मंजूरी नहीं दी जा सकती, इसलिए चितकारा स्कूल की साइड प्रस्तावित स्लो कैरिज-वे नहीं बन सकेगा।

सेक्टर-14/25 वाली रोड टी-जंक्शन तक ही डबल लेन है। इससे आगे सेक्टर-25 वेस्ट, सेक्टर-14 पीयू बाउंड्री तक 670 मीटर रोड सिंगल है। यहां जाम लगता है, हादसे होते हैं। वार्ड-14 के काउंसलर कुलजीत संधू ने 2022 में एडवाइजर और निगम कमिश्नर से रोड को डबल लेन करने की मांग की थी। इसके बाद हाउस मीटिंग में 2.80 करोड़ का एजेंडा अप्रूवल किया गया। अप्रूवल के बाद मामला पेड़ों के बीच फंसकर रह गया। रोड के एक साइड स्लो कैरिज-वे बनाने में 230 पेड़ों को काटना पड़ता। इसकी मंजूरी नहीं मिली।

पोल शिफ्ट करने का बनाया था 42.50 लाख रु. का एस्टीमेट

निगम की ओर से इस सड़क के किनारे लगे बिजली के पोल शिफ्ट करवाने के लिए बिजली विभाग को लेटर लिखा था। विभाग ने सर्वे करके पोल शिफ्ट करने के लिए 42.50 लाख रुपए का एस्टीमेट बनाकर निगम को भेजा था। निगम द्वारा बिजली विभाग को पैसा जमा ही करवाया जाना था, लेकिन इसी बीच रोड डबल लेन में 230 पेड़ अड़चन बन गए। 

इतने पेड़ों को काटने की एडवाइजर से मंजूरी नहीं मिल सकी। वहां से एमसी को कहा गया कि रोड चौड़ी करने के लिए इतनी संख्या में पेड़ नहीं काटे जा सकते, प्रपोजल में स्लो कैरिज-वे को कम करवाया जाए। निगम ने दोबारा प्रपोजल बनाकर अर्बन प्लानिंग डिपार्टमेंट को भेजा और साथ ही ट्री फालिंग कमेटी को पेड़ों की अप्रूवल के लिए भेजा।