बिहार में खस्ता हालत सड़कें होगी चकाचक, राजधानी को मिलेगी नई रफ्तार

Mukhyamantri Urban Development : पटना सिटी और अजीमाबाद इलाके की सड़कें शहर के अन्य इलाकों की तुलना में कुछ हद तक ठीक हैं। इस रिपोर्ट के आने के बाद विभाग ने सड़कों की मरम्मत के लिए नई योजना बनाई है। क्योंकि नगर निगम के पास इसके लिए बजट नहीं है।  अब विभाग ने मुख्यमंत्री शहरी नाली-गली पक्कीकरण निश्चय योजना के तहत सड़कें बनाने का निर्णय लिया है।

 

Bihar News : शहर के सभी छह अंचलों में जर्जर सड़कों की जानकारी जुटा ली गई है। बुडको और नगर निगम की 40 सदस्यीय टीम ने नगर विकास एवं आवास विभाग को रिपोर्ट सौंप दी है। इसमें सामने आया है कि शहर के नूतन राजधानी अंचल इलाके की सड़कें सबसे खराब हैं। यहां सड़कें बनाने में 29.15 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने होंगे। दूसरे नंबर पर कंकड़बाग इलाके की जर्जर सड़कों की मरम्मत में 28.70 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे। तीसरे नंबर पर पाटलिपुत्र अंचल की क्षतिग्रस्त सड़कों में 24.59 करोड़ रुपये लगाने होंगे। चौथे नंबर पर बांकीपुर अंचल है, जहां सड़कों की स्थिति सबसे खराब है। 

पटना सिटी और अजीमाबाद इलाके की सड़कें शहर के अन्य इलाकों की तुलना में कुछ हद तक ठीक हैं। इस रिपोर्ट के आने के बाद विभाग ने सड़कों की मरम्मत के लिए नई योजना बनाई है। क्योंकि नगर निगम के पास इसके लिए बजट नहीं है।  अब विभाग ने मुख्यमंत्री शहरी नाली-गली पक्कीकरण निश्चय योजना के तहत सड़कें बनाने का निर्णय लिया है। इसमें करीब 108 करोड़ रुपये खर्च होंगे। विभाग ने विशेष पैकेज की तकनीकी स्वीकृति के लिए पटना नगर निगम और बुडको को पत्र भेजा है। वहां से स्वीकृति मिलने के बाद शहर की जर्जर सड़कों की मरम्मत की दिशा में काम शुरू किया जाएगा।

सड़कों की खुदाई कर ठीक से मरम्मत नहीं की गई

रिपोर्ट के अनुसार शहर के हर वार्ड से सभी छह अंचलों में जर्जर सड़कों का सर्वे कराया गया है। यहां की सड़कें 100 से 250 किलोमीटर तक की हैं। जिनकी खुदाई के बाद ठीक से मरम्मत नहीं की गई। बारिश शुरू होने पर यह धंसने लगी और अब यहां से गुजरना खतरनाक हो गया है।

पटेलनगर बाबा चौक से इंद्रपुरी, महेशनगर होते हुए राजापुर पुल तक नाले को पाटकर बनेगी सड़क

पटना नगर विकास एवं आवास मंत्री नितिन नवीन ने विधानसभा में घोषणा की कि दीघा विधानसभा क्षेत्र के वार्ड संख्या 7 के पटेलनगर बाबा चौक से इंद्रपुरी, रवि चौक, महेशनगर होते हुए राजापुर पुल तक नाले को पाटकर सड़क बनाने का काम इसी साल शुरू हो जाएगा। मंत्री ने यह बात दीघा विधायक डॉ. संजीव चौरसिया के गैर सरकारी संकल्प पर जवाब देते हुए कही।  मंत्री ने कहा कि 185 करोड़ रुपये की प्राक्कलित राशि को सक्षम प्राधिकार द्वारा तकनीकी स्वीकृति दे दी गयी है। कंसलटेंसी मेसर्स आरवी एसोसिएट्स द्वारा प्राक्कलन एवं ड्राइंग प्लान तैयार किया गया है। प्राक्कलन में आवश्यक संशोधन का प्रस्ताव पिछले माह ही बुडको को भेजा गया था। नाले को पाटने का काम इसी वर्ष शुरू हो जायेगा। 

विधायक डॉ. चौरसिया ने सदन में लंबे समय से लंबित मांग को पूरा करने की बात कही और कहा कि इस नाले के किनारे बनी सड़क जर्जर हो गयी है और टूट कर नाले में धंस गयी है जिससे आये दिन दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। नाले को पाटने एवं सड़क निर्माण से पटेल नगर, इंद्रपुरी, रवि चौक से राजापुर तक की आबादी की बड़ी समस्या का समाधान हो जायेगा और सुगम आवागमन का मार्ग प्रशस्त होगा।  जबकि नमामि गंगे से लेकर नल जल योजना तक खोदी गई सड़कों की मरम्मत के लिए अलग से बजट का प्रावधान है।

सभी प्रकार की क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कराई जाएगी

अगर किसी सड़क की खुदाई नहीं हुई है, भले ही वह जर्जर हालत में हो, उसकी पूरी रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। सर्वे टीम में शामिल इंजीनियरों ने यह प्रमाण पत्र भी दिया है कि सर्वे के लिए कोई सड़क नहीं बची है। अगर इसमें लापरवाही हुई और लोगों की ओर से शिकायत आई तो विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी।