भारत में सड़क चौड़ीकरण पर होता है फिजूल का खर्च, अमेरिका जैसे देश पब्लिक ट्रांसपोर्ट को दे रहे हैं बढ़ावा
Public Transport :अमेरिकी सरकार ने कुछ समय पहले सुझाव दिया था कि राज्यों को सिर्फ़ सड़कें चौड़ी करने से ज़्यादा कुछ करना चाहिए। वहाँ सड़कें चौड़ी करने की बजाय सार्वजनिक परिवहन बढ़ाया जा रहा है। अगर हमारे शहर भी इस दिशा में ध्यान दें तो हालात सुधर सकते हैं।
Highway Widening Project : यातायात का दबाव बढ़ते ही देश में सड़कें चौड़ी करने का काम शुरू हो जाता है। हर साल सड़क चौड़ी करने के नाम पर करोड़ों रुपए पानी की तरह बहाए जाते हैं, चाहे वह स्टेट रोड हो या नेशनल हाईवे। जमीन अधिग्रहण कर किसानों को मोटी रकम दी जाती है। कई बार कानूनी पेचीदगियां फंस जाती हैं और इंतजार लंबा हो जाता है। लेकिन अमेरिकी सरकार ने कुछ समय पहले सुझाव दिया था कि राज्यों को सिर्फ़ सड़कें चौड़ी करने से ज़्यादा कुछ करना चाहिए।
वहाँ सड़कें चौड़ी करने की बजाय सार्वजनिक परिवहन बढ़ाया जा रहा है। अगर हमारे शहर भी इस दिशा में ध्यान दें तो हालात सुधर सकते हैं। इससे करोड़ों रुपए बच सकते हैं और BIP से लेकर रियायतधारकों की भी सार्वजनिक परिवहन तक पहुँच होनी चाहिए। इससे प्रदूषण कम होगा, दुर्घटनाएं कम होंगी और लोगों का पैसा भी बचेगा। राज्य सरकार को इस मामले पर गौर करना चाहिए।
सार्वजनिक परिवहन की हिस्सेदारी 50% होनी चाहिए
20% शहरी और क्षेत्रीय विकास 24% योजना निर्माण और कार्यान्वयन 20% (URDPF) के दिशा-निर्देशों के अनुसार, परिवहन सेवा में सार्वजनिक परिवहन की हिस्सेदारी 19% से ज़्यादा होनी चाहिए। इस 18% को पूरा करने के लिए सरकारों को सख्त कदम उठाने की ज़रूरत है।
सार्वजनिक परिवहन करीब 14%
अभी राजस्थान में सार्वजनिक केवल 14% लोग ही परिवहन का उपयोग कर रहे हैं। इसमें लगातार कमी आ रही है। जब सड़कों पर निजी वाहन कम थे, तब 25 प्रतिशत लोग सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करते थे। इसमें वृद्धि होगी तो न केवल प्रदूषण कम होगा, बल्कि सड़कों पर दबाव भी कम होगा।
दिखावा बढ़ रहा है...यह गलत संकेत है
मनोवैज्ञानिक विवेक सैनी कहते हैं कि आज कार स्टेटस सिंबल बन गई है। सार्वजनिक परिवहन में यात्रा करने से लोगों को छोटापन महसूस होता है। साथ ही लोगों को डर भी लगता है कि कहीं वे ट्रांसपोर्ट गंतव्य तक पहुंचेगा या नहीं। अमेरिका में मंत्री से लेकर आम आदमी तक सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करते हैं, फिर भारत में ऐसी व्यवस्था क्यों नहीं लागू हो सकती?
सड़क चौड़ी होने से यातायात बढ़ जाता है
रिटायर्ड वेदरिंग इंजीनियर धर्मेंद्र शर्मा कहते हैं कि अमेरिका में इंटरस्टेट 405 को चौड़ा किया गया। जैसे ही लोगों को पता चला कि इस सड़क पर ट्रैफिक कम है और समय की बचत हो सकती है, कुछ ही दिनों में सड़क पर ट्रैफिक 10 गुना बढ़ गया। ऐसे में सड़क चौड़ी करने से ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान नहीं हो सकता। इसके लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर जोर दिया गया।
काम शुरू हुआ, लेकिन गति धीमी
लोगों को सार्वजनिक परिवहन से जोड़ने के लिए संशोधित ढांचे पर मंथन शुरू हो गया है। यूआरडीपीएफ इज्हा पर काम कर रहा है। इसमें मेट्रो की जगह एलिवेटेड रोड पर चर्चा चल रही है। नगर नियोजन विभाग भी इस पर काम कर रहा है।
यूआईटी के रिटायर्ड एक्सईएन प्रमोद शर्मा ने बताया सड़कों पर वाहनों का लोड है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट की जरूरत है। ऐसी योजना बनाई जाए कि सड़क चौड़ी करने पर कम जोर दिया जाए।