उत्तर प्रदेश में राशनकार्ड धारकों को अब नहीं मिलेगा बाजरा, कोटे पर दिये जाएंगे गेहूं और चावल

UP News : उत्तर प्रदेश के लाखो कार्ड धारकों के लिए अच्छी खबर. उत्तर प्रदेश के बरेली में अब सरकारी अनाज की दुकान पर नहीं मिलेगा बाजारा.उत्तर प्रदेश में इस महीने बाजरे की जगह राशन में चावल वितरण किए जाएंगे. 

 

Saral Kisan, UP News : उत्तर प्रदेश के इस जिले में सरकारी राशन की दुकानों पर अब इस महीने मिलने वाले राशन में बाजरा वितरण नहीं होगा, बाजरे की जगह मिलेंगे चावल। उत्तर प्रदेश में इस चावल वितरण के फैसले के बाद कार्डधारको ने ली राहत की सांस, क्योंकि थोड़ी मात्रा में बाजरा मिलने के कारण पिसाना मुश्किल था। और वही गर्मी के सीजन में बाजरा का इस्तेमाल भी नहीं हो पा रहा था।

जिला खाद्य पूर्ति अधिकारी नीरज सिंह के अनुसार बतौर मोटा अनाज बाजरा का वितरण सरकारी दुकानों पर दिए गए आदेश के तहत हो रहा था। इस बार जो राशन बांटने के लिए आया है उसमें बाजरा शामिल नहीं है। सिर्फ गेहूं और चावल ही वितरण करने के लिए आया है। 

शेष बाजरा स्टॉक में पड़ा है

खाद्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि जो पहले वितरण के लिए मिले बाजरे का भी वितरण पूरी तरह नहीं हो सका था। शेष स्टॉक में पड़ा है। उसके संबंध में अभी कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं। बताया जाता है कि गर्मी के मौसम में बाजरा के सेवन से भारीपन रहता है। कोटेदारों की ओर से बीते माह ही बाजरा वितरण में कठिनाई की संभावना जताई गई थी।

दूसरी ओर कुछ लोगों ने बताया की महज एक किलो बाजरा मिलने से आटा चक्की पर पिसाई नहीं हो पा रही थी। कई कार्डधारक द्वारा बाजरे को बाजार में बेचने की भी शिकायतें मिल रही थीं। इन सभी परेशानियों का संज्ञान लेकर अब बाजरे का वितरण स्थगित हुआ है। वहीं अक्तूबर-नवंबर में फिर वितरण शुरू होने के कयास हैं। तब तक गेहूं और चावल का वितरण किया जाएगा। 

7.80 लाख से ऊपर हैं लाभार्थी 

उत्तर प्रदेश के इस जिले में 7 लाख 80 हजार से भी ज्यादा राशन लाभार्थी हैं। जिसमें 6.89 लाख पात्र गृहस्थी और 99 हजार से अधिक अंत्योदय कार्डधारक हैं। बरेली जिले में अनाज वितरण के लिए कुल 1785 दुकानें हैं।