राजस्थान देश में टॉप रिन्युएबल वाला राज्य, अक्षय ऊर्जा का उत्पादन 10 साल में 7 गुना बढ़ा

Rajasthan Electricity News : केंद्र सरकार का लक्ष्य वर्ष 2030 तक देश में कुल बिजली मांग का 50% अक्षय ऊर्जा क्षेत्र से पूरा करना है। देश के कई राज्य इसमें अहम भूमिका निभा रहे हैं। राजस्थान 19% स्थापित क्षमता के साथ देश में अक्षय ऊर्जा स्थलों की सूची में शीर्ष पर है। राज्य में अक्षय ऊर्जा का उत्पादन पिछले 10 वर्षों में कई गुना बढ़ा है।

 

Rajasthan Government Invested In Electricity Project : जोधपुर-अहमदाबाद अक्षय ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य हासिल करने में दुनिया के कई विकसित देश भारत से पीछे हैं। जलवायु परिवर्तन के संकट से निपटने के लिए ठोस नीतियां बनाने और निर्धारित पर्यावरणीय लक्ष्यों को हासिल करने की भारत की प्रतिबद्धता की दुनिया भर में सराहना हुई है। 

केंद्र सरकार का लक्ष्य वर्ष 2030 तक देश में कुल बिजली मांग का 50% अक्षय ऊर्जा क्षेत्र से पूरा करना है। देश के कई राज्य इसमें अहम भूमिका निभा रहे हैं। राजस्थान 19% स्थापित क्षमता के साथ देश में अक्षय ऊर्जा स्थलों की सूची में शीर्ष पर है। राज्य में अक्षय ऊर्जा का उत्पादन पिछले 10 वर्षों में कई गुना बढ़ा है। वर्ष 2014 में राजस्थान में अक्षय ऊर्जा की कुल स्थापित क्षमता मात्र 3685.09 मेगावाट थी जो पिछले 10 वर्षों में 28202 मेगावाट तक पहुंच गई है। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।  

पवन ऊर्जा (बिजली) में गुजरात नंबर वन है। छत पर सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भी गुजरात ने बेहतरीन काम किया है और इस मामले में भी वह देश में अव्वल है। देश की कुल अक्षय ऊर्जा क्षमता में गुजरात की हिस्सेदारी 10% से ज़्यादा है। इस मामले में गुजरात राजस्थान के बाद दूसरे नंबर पर है। अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में गुजरात में कई बड़ी विकास परियोजनाएं चल रही हैं।  

देश में अक्षय ऊर्जा क्षमता वाले शीर्ष राज्य मेगावाट में

राज्य  मेगावाट
राजस्थान 27760.530
गुजरात 26415.910
तमिलनाडु 20575-340
कर्नाटक 18477.830
महाराष्ट्र 14832.620
आंध्र प्रदेश  9457.550
मध्य प्रदेश 7179.860
तेलंगाना 5346.180
तेलंगाना 5244.350
पंजाब 2101.260

पीएम-सूर्य घर योजना प्रभावी

पीएम-सूर्य घर योजना भी अक्षय ऊर्जा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। गुजरात 4027.71 मेगावाट की सबसे अधिक स्थापित क्षमता के साथ इस योजना में शीर्ष पर है।  महाराष्ट्र 2379.16 मेगावाट क्षमता के साथ दूसरे और राजस्थान 1258.15 मेगावाट क्षमता के साथ तीसरे स्थान पर है।

गैर-जीवाश्म उत्पादन क्षमता 45 प्रतिशत तक पहुंची

देश के गैर-जीवाश्म संसाधन क्षमता में वृद्धि हो रही है। 2014 में यह 81.16 गीगावाट थी, जो कुल बिजली क्षमता का करीब 33 प्रतिशत थी। 30 जून 2024 तक यह बढ़कर 209.19 गीगावाट हो गई है। यह कुल क्षमता का 45.5 प्रतिशत तक पहुंच गई है। देश में 151.22 गीगावाट की परियोजनाएं तैयार की जा रही हैं। ऐसे में देश 2030 तक अपनी कुल क्षमता अक्षय ऊर्जा से प्राप्त करने के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर बढ़ रहा है।