राजस्थान में हिट वेव प्रबंधन को एक्शन मोड में आई सरकार, 12 चुनिंदा हॉस्पिटल को नोटिस जारी

 

Rajsthan News : राजस्थान में हिट वेव प्रबंधन को लेकर सरकार सख्त कदम उठा रही है। प्रदेश में हीट वेव प्रबंधन में कमी पाए जाने पर कारण बताओं नोटिस हॉस्पिटलों को देना पड़ेगा। जयपुर प्रदेश में हीट वेव को लेकर स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्रसिंह खींवसर सोमवार और मंगलवार को दो दिन समीक्षा करेंगे।

 

Rajsthan Heat Wave Management : राज्य सरकार ने हीट वेव प्रबंधन में सख्त कार्रवाई की है। हीट वेव प्रबंधन में कमियों को लेकर बारह बड़े अस्पतालों के अधीक्षकों को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। विभाग के सीएस शुभ्रा सिंह ने कहा कि नोटिस का जवाब तीन दिन में दिया जाएगा। एसएमएस अस्पताल के अतिरिक्त अधीक्षक डॉ. गिरीश चौहान, सहायक अभियंता मोनिका सैनी व अंजू माथुर, सहायक अभियंता सुनील कुमार मीणा और अस्पताल अभियंता रवि प्रकाश चौधरी को नोटिस भेजा गया है। 

इसी प्रकार सीकर मेडिकल कॉलेज के एसके हॉस्पिटल, अजमेर मैडिकल कॉलेज के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल, पाली के बांगड़ अस्पताल, बीकानेर के जनाना अस्पताल, कोटा के एमबीएस अस्पताल, भरतपुर के जनाना अस्पताल एवं जयपुर के जनाना अस्पताल के अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

सरकार ने माना- 82 हजार में से 2243 को आया स्ट्रोक

स्वास्थ्य विभाग की एसीएस शुभ्रा सिंह ने दावा किया कि इमरजेंसी में 82 हजार लोग आए। 2243 रोगी हीट स्ट्रोक के थे। हालांकि हीट स्ट्रोक से किसी की भी मौत नहीं हुई है। डेथ ऑडिट कमेटी की जांच के बाद ही हीट स्ट्रोक से मौतों की पुष्टि की जाती है। भारत सरकार के प्रोटोकॉल के अनुसार एक भी मौत हीट स्ट्रोक के कारण रिपोर्ट नहीं हुई है। कोटा और जयपुर में 1-1 मौत लू-तापघात से संदिग्ध मानी मौतों को भी कमेटी ने हीट स्ट्रोक के कारण नहीं माना है।

अब मंत्री 2 दिन करेंगे पचास जिलों में हीट वेव की समीक्षा

जयपुर प्रदेश में हीट वेव को लेकर स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्रसिंह खींवसर सोमवार और मंगलवार को दो दिन समीक्षा करेंगे। उच्च स्तरीय बैठक में जिलों के हालात जानेंगे। अस्पतालों को 24 घंटे अलर्ट पर रखा गया है।