पटना में थानों के बाहर लगेंगे क्यूआर, स्कैन करने पर मिलेगा हर समस्या का समाधान

Patna Police : बिहार के जिले पटना में सभी पुलिस थानों में क्यूआर कोड लगाने का फैसला लिया है। क्यूआर कोड के माध्यम से शिकायतकर्ता अपना फीडबैक दे सकता है। शिकायत की सुनवाई न करने वाले अधिकारियों को दंडित किया जाएगा।
 

Police Cmplaint Feedback : अब पटना के सभी थानों में क्यूआर कोड लगाया जाएगा। लोग मोबाइल से स्कैन कर फीडबैक दे सकेंगे। शिकायत स्वीकार हुई या नहीं, थानेदार ने कितने समय में सुनवाई की... जैसी जानकारियां दे सकेंगे। फीडबैक की मॉनिटरिंग एसएसपी की टीम करेगी। एसएसपी राजीव मिश्रा ने कहा कि बार-बार लापरवाही बरतने वाले थानेदार व अधिकारी दंडित होंगे।

एसएसपी ने कहा कि पटना पुलिस ने लक्ष्य तय किया है कि थाने पहुंचने वाले लोगों की महज 30 मिनट के अंदर सुनवाई हो। संबंधित अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच करें। लिखित शिकायत करने वालों को एफआईआर की रसीद व कॉपी नि:शुल्क उपलब्ध कराई जाए। नाबालिग बच्चों के लापता होने के मामलों में 20 मिनट में मामले की सुनवाई करनी होगी। जिले के चारों एसपी के क्षेत्र में दर्ज 158 मामलों के पीड़ितों से फीडबैक लिया गया।  60 प्रतिशत मामलों में लोगों ने बताया कि उनकी बात 30 मिनट के अंदर सुन ली गई।

जिन मामलों में एफआईआर नहीं है, उनमें 30 दिन के अंदर रिपोर्ट देनी होगी

एसएसपी ने बताया कि थानों में कई शिकायतें ऐसी आती हैं, जिनमें एफआईआर नहीं होती। ऐसे मामलों में पुलिस को 30 दिन के अंदर जांच कर पीड़ित को रिपोर्ट देनी होती है। उन्होंने बताया कि 1 जून से 30 जून तक आए ऐसे सभी मामलों में 30 जुलाई तक आवेदकों को रिपोर्ट दे दी जाएगी।

डिजिटाइजेशन की ओर कदम

पटना पुलिस विभाग को पूरी तरह से डिजिटाइज किया जा रहा है. आने वाले समय में बीट बुक और विलेज क्राइम नोटबुक सहित जांच अधिकारियों द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण करने की प्रक्रिया भी डिजिटल होगी। जांच अधिकारी का घटनास्थल पर पहुंचने का समय और स्थान डिजिटल रूप में दर्ज होगा, जिसे अधिकारी मॉनीटर कर सकेंगे. बीट ऑफिसर्स के भ्रमण की जानकारी भी डिजिटल तरीके से रखी जाएगी, ताकि वे उत्तरदायित्व के साथ काम करें.