मानसूनी बारिश की मदद से दलहन का रकबा बढ़ा,  2.80 लाख हेक्टेयर की बढ़ोतरी 

Khrif Corp Area Increased :इस बार अरहर और उड़द की अच्छी बुवाई हो रही है, लेकिन मूंग का रकबा पिछड़ रहा है। पिछले साल की तुलना में चालू खरीफ सीजन में दलहन फसलों के उत्पादन क्षेत्र में 2.80 लाख हेक्टेयर की वृद्धि के बावजूद यह रकबा वर्ष 2022 और 2021 की तुलना में काफी पीछे है। 
 

Khrif Corp Area Increased : इस बार अरहर और उड़द की अच्छी बुवाई हो रही है, लेकिन मूंग का रकबा पिछड़ रहा है। पिछले साल की तुलना में चालू खरीफ सीजन में दलहन फसलों के उत्पादन क्षेत्र में 2.80 लाख हेक्टेयर की वृद्धि के बावजूद यह रकबा वर्ष 2022 और 2021 की तुलना में काफी पीछे है। 

दरअसल वर्ष 2023 में जून माह के दौरान दक्षिण-पश्चिम मानसून की स्थिति कमजोर रही। दलहन फसलों की बुवाई देरी से शुरू हुई। इस कारण कुल रकबा कम हुआ। लेकिन पिछले वर्षों में अच्छी मानसूनी बारिश की मदद से दलहन का रकबा बढ़ा था।  

उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि वर्ष 2023 की तुलना में वर्ष 2024 के दौरान खरीफ दलहन फसलों का कुल उत्पादन क्षेत्र 49.50 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 62.32 लाख हेक्टेयर हो गया है। इसके तहत अरहर का बुवाई क्षेत्र 9.66 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 28.14 लाख हेक्टेयर और उड़द का बुवाई क्षेत्र 9.66 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 28.14 लाख हेक्टेयर हो गया है।  ,

यह 12.75 लाख हेक्टेयर से सुधरकर 13.90 लाख हेक्टेयर हो गया। मूंग का रकबा 19.57 लाख हेक्टेयर है। घटकर 15.79 लाख हेक्टेयर रह गया। लेकिन अटक गया। अन्य दलहन फसलें भी कम रकबे में बोई गईं।

इसकी तुलना में वर्ष 2022 के सीजन के आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि 15 जुलाई तक खरीफ दलहनों का कुल उत्पादन रकबा 72.66 लाख हेक्टेयर पहुंच गया था, जिसमें तुअर का बुआई रकबा 25.81 लाख हेक्टेयर था,

उड़द का रकबा 18.06 लाख हेक्टेयर और मूंग का रकबा 20.19 लाख हेक्टेयर था। अन्य दलहनों की बुआई भी 8.47 लाख हेक्टेयर में हुई।  इसी प्रकार, वर्ष 2021 में 15 जुलाई तक खरीफ

कालीन दलहन फसलों का उत्पादन क्षेत्र 66.69 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया। उस समय अरहर का बुवाई क्षेत्र 31.58 लाख हेक्टेयर, उड़द का 15.67 लाख हेक्टेयर तथा मूंग का 15.85 लाख हेक्टेयर तक पहुंच चुका था।