Property Documents असली है या नकली, जमीन खरीदते समय इस तरह करे पता

भूमि, खेत या प्लॉट की रजिस्ट्री कराने में सबसे अधिक फर्जीवाड़ा होता है। खरीदारी को भी नहीं जानते और पैसे लेकर फर्जी रजिस् ट्री पेपर थमा देते हैं, यदि आप जमीन या संपत्ति खरीदने जा रहे हैं तो आपको नकली से असली रजिस् ट्री में अंतर करना आना चाहिए।

 

How to find property documents real or fake : भूमि में निवेश करना निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका है। अगर आप जमीन या घर खरीदने जा रहे हैं तो कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि आजकल जमीन घोटालों के कई मामले सामने आ रहे हैं घोटालेबाज अक्सर एक ही जमीन पर कई रजिस्ट्री करवाकर लोगों को ठगी करते हैं। ऐसे फर्जीवाड़े से बचने के लिए आपको असली और नकली रजिस्ट्री के बीच अंतर जानना चाहिए।
 
फर्जी रजिस्ट्री की पहचान कैसे करें?

लोग अक्सर केवल खतौनी या रजिस्ट्री के दस्तावेज को देखते हैं जब वे जमीन खरीदते हैं। आपको पता है कि केवल ये दोनों दस्तावेज ही महत्वपूर्ण नहीं होते। आप केवल इन दस्तावेजों से नहीं जान सकते कि कौन मालिक है।

धोखाधड़ी से बचने के लिए नई रजिस्ट्री को पुरानी भी देखना चाहिए। जिस व्यक्ति से आप जमीन खरीद रहे हैं, वह पहले से ही किसी दूसरे व्यक्ति से जमीन खरीद चुका है, इसके मालिकाना हक़ को कैसे हासिल किया गया है, इसके बारे में पहले से ही जानकारी लें।

जमीन कैटेगरी?

जमीन खरीदने से पहले यह सुनिश्चित करें कि जमीन सरकारी है या नहीं। इसके लिए, चकबंदी अभिलेख 41 और 45 का उपयोग करके जमीन की वास्तविकता का पता लगाया जा सकता है। क्योंकि लोग वन विभाग और रेलवे की जमीन भी अपनी बताकर बेच देते हैं

जमीन से जुड़े कानूनी विवादों को जानें

वसीयत या डबल रजिस्ट्री के केस अक्सर कोर्ट में लंबित होते हैं। इसलिए, जब भी आप जमीन खरीदते हैं, यह सुनिश्चित करें कि उस पर कोई मुकदमा नहीं है। तहसील के भू-स्वामी के नाम और जमीन के डाटा नंबर इसे बता सकते हैं।

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