Bihar में अब के बाद बिजली चोरी बन जाएगा इतिहास, बिजली कंपनी लाई नई स्कीम
Bihar : बिहार में बिजली चोरी बड़ी समस्या है। बिजली चोरी के कारण लाइन लॉस अधिक होती है। इससे बिजली कंपनी को सलाना दो हजार करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। पटना समेत राज्यभर में 25 फीसदी लाइन लॉस है, यानी जितनी बिजली सप्लाई होती है उसकी एक-चौथाई बिजली बर्बादी हो जाती है। अब इससे निजात पाने के लिए शहर से गांव तक खुले तार को हटाकर एबी केबल (कवर्ड बिजली तार) लगाए जाएंगे। इसमें टोंका फंसाना मुश्किल हो जाएगा। इससे बिजली चोरी रुकेगी और लाइन लॉस भी कम होगा।
बिजली कंपनी इसके लिए आरडीएसएस स्कीम लाई है। इसके तहत निजी एजेंसियों द्वारा पटना समेत राज्यभर में एबी केबल लगाए जाएंगे। साथ ही बड़े पैमाने पर पोल और नए ट्रांसफार्मर भी लगेंगे। यह योजना पटना के लिए 270 करोड़ और राज्यभर के लिए दस हजार करोड़ की लागत से पूरी होगी।
आवरलोडेड ट्रांसफार्मर भी बदले जाएंगे
पटना के शहरी क्षेत्र में पेसू ने जिस एजेंसी को काम का जिम्मा सौंपा है उसने पोल-तार गिराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पटना शहर में लाइन लॉस को कम करने के लिए दो चीजों पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया गया है। एक ओवरलोडेड ट्रांसफार्मर की जगह अतिरक्ति ट्रांसफार्मर और दूसरे खुले बिजली तार को कवर तार में बदला जाएगा। इससे दो अलग-अलग फायदे होंगे। ट्रांसफार्मर अतिरक्ति लगने से ओवरलोडेड ट्रांसफार्मर सामान्य लोड पर चलेंगे। इससे भी लाइन लॉस में कमी आएगी और अनवरत बिजली में बाधा नहीं आएगी।
वहीं, कवर्ड तार लगने पर बिजली चोरी की बड़ी समस्या दूर होगी। लाइन लॉस में बिजली चोरी की भूमिका अहम है। बिजली चोरी में लाइन लॉस 15 फीसदी के करीब है। इससे रोकने के लिए खुले तार एलटी लाइन के साथ एचटी के भी बदले जाएंगे।
अंडरग्राउंड होंगे तार
ग्रामीण इलाके में लाइन लॉस अधिक है। उसको लेकर लंबे फीडर की दूरी को कम किया जाएगा। बिजली चोरी को रोकने के लिए जरूरत के मुताबिक तार अंडर ग्राउंड किए जाएंगे। खुले तार को कवर में बदला जाएगा।
पेसू में 950 अतिरक्ति ट्रांसफार्मर लगेंगे
शहर में गर्मी के दिनों में ट्रांसफार्मर ओवरलोडेड हो जाते हैं। ट्रांसफार्मर की क्षमता यदि 200 केवीए की है तो लोड 210 केवीए तक चला जाता है। ऐसे कई ट्रांसफार्मरों की पहचान शहर में हुई है। इसके लिए ट्रांसफार्मर के लोड को सामान्य करने के लिए पेसू पूर्वी में 450 और पेसू पश्चिमी में 500 ट्रांसफार्मर लगेंगे। यह ट्रांसफार्मर 100, 200 और 315 केवीए होंगे।
कवर्ड तार दो हजार किलोमीटर लगाए जाएंगे
बिजली चोरी को रोकने के लिए शहर में खुले तार का बदलना जरूरी है। इसको लेकर दो हजार किलोमीटर खुले तार को बदलकर कवर तार लगाए जाएंगे। पेसू पूर्वी के एचटी लाइन में 150 किमी और एलटी लाइन में 900 किमी कवर तार लगाए जाएंगे। पेसू पश्चिमी के एचटी लाइन में 150 किमी और एलटी लाइन में 800 किमी कवर तार लगेंगे। बिजली चोरी की घटना गली-मुहल्लों के एलटी लाइन तार में अधिक हो रही है। जिसपर रोकथाम के लिए एलटी लाइन में खुले सभी तारों को बदला जाएगा।
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