नोएडा अथॉरिटी का आवारा पशुओं को लेकर बड़ा फैसला, छोड़ने वाले पशुपालकों को लगेगा 20 हजार का जुर्माना

नोएडा अथॉरिटी ने शहर में मवेशियों को छुट्टा छोड़ने वाले पशुपालकों पर लगने वाले जुर्माने को बढ़ा दिया है। गाय को गौशाला से छुड़वाने पर पहले पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाता था, लेकिन अब 20 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जाता है।

 

Saral Kisan - नोएडा अथॉरिटी ने शहर में मवेशियों को छुट्टा छोड़ने वाले पशुपालकों पर लगने वाले जुर्माने को बढ़ा दिया है। गाय को गौशाला से छुड़वाने पर पहले पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाता था, लेकिन अब 20 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जाता है। तीसरी बार छुट्टा पशु पकड़े जाने पर, अथॉरिटी उसके मालिक के खिलाफ भी शिकायत करेगी। नया जुर्माना बुधवार से लागू हो गया है। इसकी जानकारी भी दी गई है। शहर में छुट्टा जानवर एक बड़ी समस्या बन गए हैं। हादसे भी अक्सर ट्रैफिक जाम से होते हैं।

अधिकारियों ने बताया कि अब तीन तरह से जुर्माना लगाया जाएगा। पहली बार पशु पकड़े गए व्यक्ति पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगेगा। दूसरी बार वही जानवर पकड़े जाने पर 15 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। तीसरी बार 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही, अथॉरिटी टीम जिस भी क्षेत्र में पशु को पकड़ेगी, वहां के थाने में एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।

नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) के जनस्वास्थ्य विभाग के डीजीएम एसपी सिंह ने बताया कि छुट्टा पशुओं को पकड़ कर अथॉरिटी की कैटल कैचिंग टीम सेक्टर-14ए शनि मंदिर के पास एवं सेक्टर-135 गौशाला में लेकर जाती है। अभी तक पशु पालकों को गोवंश को दोबारा से सड़कों पर नहीं छोड़ने का शपथ पत्र देते हुए 5 हजार रुपये का जुर्माना जमा करना पड़ता था। इसके बावजूद सड़कों पर आवारा पशुओं की संख्या कम नहीं हो रही थी।

दो तरह के हैं छुट्टा जानवर

सड़कों पर घूमने वाले छुट्टा गोवंश दो तरह के हैं। पहले वह सांड या बछड़ा- बछिया हैं जो बेसहारा हैं। दूसरे वो गोवंश हैं जिनको गांव या अन्य जगहों पर लोगों ने पाला हुआ है। दूध निकालने के बाद सुबह शाम खुला छोड़ दे रहे हैं। बछड़े अधिकतर इसी तरह गाय पालने वालों ने छोड़े हुए हैं। यहां के गांवों के लोग दूध देने तक गोवंश को अपने पास रखते हैं। इसके बाद दूध देना बंद करते ही या उसके बीमार होने पर सड़क पर छोड़ देते हैं। ऐसे में अब जुर्माना राशि बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।

पकड़ कर छुट्टा जानवरों को लाना भी आसान नहीं

सड़क पर छुट्टा घूमने वाले जानवरों को पकड़ कर गोशाला पहुंचाने के लिए नोएडा अथॉरिटी ने तीन टीमें बनाई हुई हैं। कर्मचारियों के लिए छुट्टा जानवरों को पकड़ना भी आसान नहीं है। शहर में कुछ निजी गौशाला चल रही हैं जिनमें गौ-सेवक संगठन भी सक्रिय हैं। यह छुट्टा सांडों को अपना नंदी बताकर पकड़ने नहीं देते। पिछले वर्ष एक छुट्टा सांड के पकड़ने गई अथॉरिटी की टीम का पीछा कर कर्मचारियों पर हमला हुआ था। इसके अलावा गांव के वे लोग जिन्होंने अपने जानवर छुट्टा खोल रखे हैं वह भी कर्मचारियों से भिड़ जा रहे हैं।

अभी तक ये है नोएडा अथॉरिटी की व्यवस्था

छुट्टा और निराश्रित जानवरों के लिए शहर में दो गोशाला व 1 एनिमिल शेल्टर होम का संचालन नोएडा अथॉरिटी करवा रही है। सेक्टर-135 गोशाला का संचालन अथॉरिटी करवा रही है, जिसकी क्षमता 700 पशुओं की है। वहीं सेक्टर-94 ए में एक संस्था को अथॉरिटी ने एनिमल शेल्टर होम के लिए जमीन दी है। इसमें 1300 पशुओं के रखे जाने की क्षमता है। सेक्टर-14 ए में शनि मंदिर के पास बनी गोशाला में 1 हजार गोवंश रखने की क्षमता है।

200 पशु पालकों पर लगा जुर्माना

नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) ने पिछले एक साल में 500 से ज्यादा छुट्टा पशुओं को पकड़ कर गोशाला पहुंचवाया है। इनमें से 200 से ज्यादा पशु पालकों पर 5000 रुपये का जुर्माना लगा है। इनमें से कई पशु पालक ऐसे भी हैं जिन पर तीन से चार बार यह जुर्माना एक साल में लगा है।

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