UP के इस जिले में अब नई रेलवे लाइन को मिली मंजूरी, जल्द शुरू होगा भूमि अधिग्रहण

उत्तर प्रदेश में रेलवे लाइनों को लेकर सरकार तेजी से काम कर रही है. अब भारतीय रेलवे ने पूर्वोत्तर रेलवे के आनंदनगर से घुघली वाया महराजगंज नई रेलवे लाइन को मंजूरी देकर बड़ी सौगात यूपी के लोगों को दी है.
 

UP Railways : उत्तर प्रदेश में रेलवे लाइनों को लेकर सरकार तेजी से काम कर रही है. अब भारतीय रेलवे ने पूर्वोत्तर रेलवे के आनंदनगर से घुघली वाया महराजगंज नई रेलवे लाइन को मंजूरी देकर बड़ी सौगात यूपी के लोगों को दी है. जिससे उत्तर प्रदेश के कई जिलों को काफ़ी लाभ मिलेगा. बता दे की रेलवे ने 52.7 किलोमीटर की इलेक्ट्रिकल रेल लाइन के लिए 958.27 करोड रुपए की मंजूरी दे दी है. जनपद के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने यह जानकारी मिडिया के साथ साँझा की. 

इसमें कुल 09 बड़े और 14 छोटे पुल बनाए जाएंगे. इस रेल लाइन के निर्माण के लिए 191.059 हेक्टेयर भूमि की जरूरत होगी, जिसके अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्द ही शुरू हो जाएगी. यह रेल लाइन महराजगंज को भी बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी. महराजगंज जिला महाराजगंज का मुख्यालय है.

भारतीय रेलवे के नेटवर्क पर महराजगंज जनपद मुख्यालय अलग-थलग पड़ा हुआ था, जिससे यहां के लोगों को गोरखपुर- जाकर ट्रेन पकड़नी पड़ती थी. आनंदनगर से घुघली वाया महराजगंज की रेलवे लाइन की मांग बहुत दिनों से थी. घुघली से महराजगंज को जोड़ते हुए आनंदनगर की रेलवे लाइन से जनपद के साथ ही रेलवे को भी फायदा मिलेगा.

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने बताया की रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ हुई कई दौर की वार्ता के बाद केंद्रीय रेलवे बोर्ड ने शुक्रवार को इस बाबत अधिसूचना जारी की है. बहुप्रतीक्षित रेलवे लाइन के बिछ जाने से पंजाब व दिल्ली से असम समेत पूर्वोत्तर के राज्यों की ओर चलने वाली ज्यादातर रेलगाड़ियां इसी रास्ते से चलेंगी. इससे जहां रेल रूट घट जाएगा वहीं रेलवे की ढुलाई लागत में कमी आएगी.

गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर लोड घटाने के करने के लिए बिहार और बंगाल से आने वाली ट्रेन इस रूट से चलेंगी. इसके साथ ही नेपाल से जो भारत का व्यापार है वह कंटेनर ट्रेनें हल्दिया से सीधा सोनौली सीमा तक पहुंचेगी जिससे व्यापार में भी बढ़ोतरी होगी. इस लाइन से नॉर्थ ईस्ट का एक बराबर का रूट रेलवे को मिलेगा. साथ ही जिले के विकास में प्रगति होगी.

ये पढ़ें : उत्तर प्रदेश में 75 साल बाद इस गांव में अब जाकर पहुंची बिजली, बल्ब जला देख ग्रामीण बोले...