अब एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो भरेगी तेजी से रफ्तार, नई दिल्ली से IGI T3 के लगेंगे मात्र इतने मिनट

रविवार से दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के विस्तार के साथ इस मार्ग पर 120 km/h की गति से मेट्रो ट्रेन चलेगी। यात्रियों को फिर नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-3 तक पहुंचने में लगभग 15 मिनट लगेंगे।
 

Saral Kisan : रविवार से दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के विस्तार के साथ इस मार्ग पर 120 km/h की गति से मेट्रो ट्रेन चलेगी। यात्रियों को फिर नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-3 तक पहुंचने में लगभग 15 मिनट लगेंगे। इस गति सीमा के साथ, यह मार्ग देश में सबसे तेज गति से मेट्रो चलाने वाला होगा।

मार्च से दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने इस रूट पर गति बढ़ाना शुरू किया। 90 किलोमीटर प्रति घंटा पहले की गति सीमा थी। इसके बाद मेट्रो ट्रेन 100 और अब 110 किमी प्रति घंटा की गति से चल रहे हैं। प्रधानमंत्री एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन का द्वारका रविवार को सेक्टर 21 से 25 तक विस्तारीकरण का उद्घाटन करेगा।

द्वारका सेक्टर-25 में स्थित 'यशोभूमि' कन्वेंशन सेंटर तक मेट्रो ट्रेन जाएगी। 2.2 किलोमीटर का विस्तार करके एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो कॉरिडोर 24.9 किमीटर का हो गया है। अब गति सीमा बढ़ा दी गई है, इसलिए नई दिल्ली से यशोभूमि द्वारका सेक्टर-25 की यात्रा लगभग 21 मिनट लगेगी। फिलहाल, 110 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चलने वाली मेट्रो से द्वारका सेक्टर-21 स्टेशन तक पहुंचने में लगभग 22 मिनट लगते हैं। नई दिल्ली से टर्मिनल-3 हवाई अड्डे की यात्रा अब लगभग 15 मिनट 30 सेकेंड होगी, जो पहले लगभग 18 मिनट से थोड़ा अधिक था।

अब एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो भरेगी तेजी से रफ्तार, नई दिल्ली से IGI T3 के लगेंगे मात्र इतने मिनट

डीएमआरसी ने कहा कि एयरपोर्ट एक्सप्रेस कॉरिडोर का विस्तारीकरण शुरू होने के बाद मेट्रो का द्वारका सेक्टर-25 तक चलेगा। रविवार दोपहर तीन बजे से इस मार्ग के आखिरी मेट्रो स्टेशन तक सेवा शुरू होगी। द्वारका सेक्टर-21 तक मेट्रो अभी भी इस कॉरिडोर पर चल रही है, लेकिन विस्तारीकरण के दौरान इसमें करीब दो किलोमीटर लंबा कॉरिडोर भी जोड़ा गया है।

स्पीड बढ़ाना

DMRC के प्रधान कार्यकारी निदेशक अनुज दयाल ने कहा कि स्पीड बढ़ाने का कार्य बहुत मुश्किल था। इसके लिए पटरी का निरंतर कंपन और खिंचाव देखा गया। DMRC इंजीनियरों ने पिछले छह महीने में अतिरिक्त उपकरणों, ट्रैक, रोलिंग स्टॉक, ट्रैक्शन और सिग्नल उपकरणों की जांच करने के बाद मेट्रो को पूरे कॉरिडोर में 120 km/h की गति से चलाया जा सकेगा।

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