UP में बसाया जाएगा नया आधुनिक सुविधाओं वाला शहर, 144 गांवों की होगी चांदी

New city master plan : ग्रेटर नोएडा में विकसित होने वाला ये नया शहर एजुकेशन और मेडिकल हब (Education and Medical Hub) के रूप में विकसित होगा। व्यापारिक हब और शॉपिंग सेंटर इसकी 4.8 प्रतिशत जमीन पर हैं। वहीं 10.4 प्रतिशत जमीन पर विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज और इंजीनियरिंग कॉलेज बनाए जाएंगे।
 

Uttar Pradesh : दिल्ली एनसीआर आधुनिक तकनीक और विकसिल स्ट्रक्चर के चलते आसपास के क्षेत्रों में काफी चर्चा में रहता है। सरकार लगातार तकनीकी विकास कर रही है और नए शहर बनाकर दिल्ली-NCR कनेक्टिविटी को बेहतर बना रही है। यही कारण है कि देश भर में सड़कें एक अच्छी तरह से उदाहरण हैं। हाल ही में, दिल्ली-एनसीआर के ग्रेटर नोएडा में रियल एस्टेट सेक्टर ने देश में अपनी अलग पहचान बनाई है। यहां अफोर्डेबल से लेकर लग्जरी घरों की बहुतायत है।

अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी यहाँ बनने के लिए तैयार है। इस शहर में देश का पहला F-1 ट्रैक है। इस शहर की आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर, बेहतरीन कनेक्टिविटी और चौड़ी सड़कों से विश्वस्तरीय शहर की पहचान अब और भी मजबूत होगी। ग्रेटर नोएडा फेज 2 इस शहर को शानदार विकास देगा और दिल्ली-एनसीआर के रियल एस्टेट क्षेत्र को एक नई दिशा देगा।

144 गांव का होगा, विकास

इस नए परियोजना के दौरान एक या दो नहीं बल्कि पूरे 144 गांवों का विकास होगा। ग्रेटर नोएडा फेस-2 को 55 हजार 970 हेक्टेयर जमीन पर बनाया जाएगा। ग्रेटर नोएडा फेज 2 मास्टर प्लान से क्षेत्र के 144 गांवों को विकास मिलेगा। इसका विस्तार गौतमबुद्ध से गुलावठी, बुलंदशहर तक होगा। मास्टर प्लान में 144 गांव गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, हापुड़ और धौलाना में शामिल हैं। ग्रेटर नोएडा फेस-2 के मास्टर प्लान को उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ नगर और राज्य योजनाकार ने मंजूरी दी है। ग्रेटर नोएडा फेज 2 का निर्माण जल्द ही ४० गांवों पर शुरू हो सकता है।

मेडिकल हब के रूप में विकसित होगा, नया शहर

ग्रेटर नोएडा में विकसित होने वाला ये नया शहर एजुकेशन और मेडिकल हब (Education and Medical Hub) के रूप में विकसित होगा। व्यापारिक हब और शॉपिंग सेंटर इसकी 4.8 प्रतिशत जमीन पर हैं। वहीं 10.4 प्रतिशत जमीन पर विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज और इंजीनियरिंग कॉलेज बनाए जाएंगे। साथ ही 13.2% जमीन परिवहन सुविधाओं के लिए आरक्षित है। इसमें हाई-स्पीड ट्रेन और मेट्रो जैसे महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं।

शहर के विस्तार से आई है, रियल एस्टेट में तेजी

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रवि कुमार (CEO of Noida Authority) ने बताया कि शहर के विस्तार से रियल एस्टेट की मांग में तेजी आई है। नई सुविधाओं, बेहतर कनेक्टिविटी और स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर से यह क्षेत्र निवेशकों के लिए एक सुनहरा मौका साबित होगा। ये नया शहर बहुत विशिष्ट बनने वाला है।

क्योंकि ग्रेटर नोएडा फेज 2 में विकसित होने वाली सुविधाएं इसे दिल्ली-एनसीआर में सबसे आकर्षक निवेश स्थल बना सकती हैं (सबसे आकर्षक स्थानों में दिल्ली-एनसीआर)। योजना को यूपी कैबिनेट और दिल्ली-एनसीआर प्लानिंग बोर्ड को अंतिम मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। मास्टर प्लान के लागू होने से नोएडा फेस-2 में औद्योगिक विकास और अन्य परियोजनाओं में तेजी आएगी।