सरसों में ज्यादा तेजी नहीं, बिकवाली बढ़ने की धारणा, रुक सकता है भाव
Saral Kisan : विश्व बाजार में खाद्य तेलों के दाम तेज होने के कारण घरेलू बाजार में लगातार चार दिनों की गिरावट के बाद दाम स्थिर हो गए। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 5850 रुपए प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। इस दौरान सरसों की दैनिक का वक्त 3.75 लाख बोरियों के पूर्व स्तर पर रुकी रही।
विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में आज तेजी का रुख रहा, जहां मलेशिया में पाम तेल की कीमतों में लगातार चार सत्रों की गिरावट के बाद दम तेज हुए, वहीं शिकागो में सोया तेल वायदा अनुबंध की कीमतों में तेजी आई। घरेलू बाजार में सरसों तेल की कीमतों में लगातार सात कार्यदिवस की गिरावट के बाद तेजी दर्ज की गई। हालांकि इस दौरान सरसों खल के भाव लगातार तीसरे दिन कमजोर हो गए।
व्यापारियों के अनुसार उत्पादक मंडियों में सरसों की दैनिक आवक स्थिर बनी रही, तथा उत्पादक राज्यों में किसानों एवं स्टॉकिस्टों के पास अभी भी सरसों का बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना में ज्यादा है। इसलिए सरसों की दैनिक आवक बनी रहने का अनुमान है। सर्दियों के साथ ही ब्याह शादियों का सीजन होने के कारण सरसों तेल में मांग बनी रहेगी, लेकिन इसकी कीमतों में तेजी, मंदी काफी हद तक आयातित खाद्य तेलों के दाम पर ही निर्भर करेगी। कृषि मंत्रालय के अनुसार सरसों की बुवाई चालू रबी में थोड़ी बढ़कर 89.18 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है,जबकि पिछले इस समय तक इसकी बुवाई 87.24 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी।
जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमतें शुक्रवार को लगातार सात कार्यदिवस की गिरावट के बाद तेज हुई। कच्ची घानी सरसों तेल के भाव ₹10 तेज होकर दाम 1,065 रुपए प्रति 10 किलो हो गए, जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के दाम भी ₹10 बढ़कर 1,055 रुपए प्रति 10 किलो बोले गए। जयपुर में शुक्रवार को सरसों खल के दाम लगातार तीसरे दिन ₹10 कमजोर होकर दाम 2,940 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
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