अंतिम चरण में पंहुचा Mumbai-Nagpur Expressway का काम, सफर में 10 घंटे कम लगेंगे

Mumbai-Nagpur Expressway Completion Date : देश में निर्माण हो रही मुंबई नागपुर-एक्सप्रेसवे का काम पूरा कर यातायात के लिए जल्द ही खोलने की आशंका जताई जा रही है। 701 किलोमीटर लंबे इस हाईवे का निर्माण करने कंपनी ने बताया कि अंतिम चरण का काम पूरा कर मार्ग को सितंबर में खोल दिया जाएगा।

 

Mumbai Nagpur Expressway Travel Time : भारत में निर्माण हो रही मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे को लेकर गुड न्यूज़ सामने आई है। बताया जा रहा है कि 701 किलोमीटर लंबे हाईवे को सितंबर के आखिर तक पूरा कर आवागमन के लिए चालू कर दिया जाएगा। यह जानकारी निर्माण करने वाली कंपनी ने दी है। महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम के अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक अनिल कुमार गायकवाड़ ने हाईवे का जायजा लिया है। एक्सप्रेसवे का आखिरी चरण, जो नासिक जिले के इगतपुरी और ठाणे जिले के बीच क्षेत्र किलोमीटर लंबा है। इसका काम सितंबर तक पूरा हो जाएगा। खर्डी शहर के पास एक छोटा सा 3 किलोमीटर का हिस्सा निर्माणधीन है।

अंतिम चरण परेशानी भरा 

हाईवे का आखिरी चरण सबसे कठिन रहा है क्योंकि इसके भूभाग में 16 गहरी घाटियां और पांच पहाड़ियां शामिल है। योजना टीम ने इन मुश्किलों को पार करने के लिए पांच सुरंगे तथा 16 पुल बनाए हैं। गायकवाड़ ने बताया कि पश्चिमी छोर गलियारे के 1.8 किलोमीटर लंबे जुड़वा पुल का निर्माण खर्डी रेलवे स्टेशन से करीबन 7 किलोमीटर दूरी पर मसाला में चल रहा है। इसका निर्माण कार्य नवंबर तक पूरा होने की आशंका जताई जा रही है। तब तक ट्रैफिक को डाइवर्ट कर 3 किलोमीटर के हिस्से पर पूर्वी छोर के पल पर फोर लाइन से प्रबंधित किया जाएगा।

खासकर वशाला में पुल के निर्माण कार्य में महत्वपूर्ण कठिनाइयों का सामना किया गया। स्कूल की ऊंचाई 84 मीटर है, जो 28 मंजिला बिल्डिंग के बराबर है। इन परेशानियों के बावजूद भी पुलों का निर्माण सफलता पूर्वक किया गया है।

दूसरी प्रमुख सड़क परियोजना

दक्षिणी छोर पर, एक्सप्रेसवे मुंबई-अहमदाबाद-दिल्ली एक्सप्रेसवे से जुड़े एक स्पुर के जरिए मुंबई-नागपुर राजमार्ग से जुड़ेगा। कुल 701 किमी में से 625 किमी समृद्धि महामार्ग पहले ही ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया है। आधिकारिक तौर पर हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग नाम वाला, 6 लेन वाली एक्सेस-कंट्रोल वाली यह राजमार्ग मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे के बाद महाराष्ट्र में दूसरी प्रमुख सड़क परियोजना है।

इस खंड में इगतपुरी, शाहापुर में कुठघर और ठाणे में अमाने पर तीन इंटरचेंज शामिल हैं। इसमें भारत की सबसे चौड़ी 17.5 मीटर की सुरंग और राज्य की सबसे लंबी 8 किमी लंबी सुरंग इगतपुरी में 9.12 मीटर की ऊंचाई पर बनाई गई है।

कब हुआ काम शुरू 

2015 में एलान किए गए 55,000 करोड़ रुपये की इस ग्रीनफील्ड पहल के लिए भूमि अधिग्रहण जुलाई 2017 में शुरू हुआ था। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2018 में आधारशिला रखी थी। निर्माण जनवरी 2019 में शुरू हुआ। एक बार पूरा होने पर, यह एक्सप्रेसवे मुंबई और नागपुर के बीच यात्रा के समय को 18 घंटे से घटाकर सिर्फ 8 घंटे कर देगा। जो 10 जिलों के 392 गांवों से होकर गुजरेगा।