MP News : मेट्रो में इमरजेंसी में यात्री ड्राइवर से कर सकेंगे बात, शिक्षकों के वेतन में होगी बढ़ोतरी 
 

MP News : यदि आप इंदौर में चलने वाली मेट्रो में सफर करते हैं तो आपकी सेहत का पूरा ध्यान रखा जाएगा क्योंकि इसमें संक्रमण से बचाने वाली सुविधाएं होंगी. सितंबर में मेट्रो का ट्रायल रन होना है, जिसके लिए अगस्त के मध्य तक दो मेट्रो डिब्बों के दो सेट इंदौर में आने की संभावना है. फ्रांस की अलस्टाम कंपनी इन कोचों को बना रही है।

 

Bhopal and Indore Metro : भोपाल और इंदौर मेट्रो से सफर वर्ष 2027 तक संभव होने की उम्मीद है। इन शहरों में चलने वाली मेट्रो कोच समेत सभी व्यवस्थाएं आधुनिक तकनीक पर आधारित होंगी। फिलहाल भोपाल में 5 मेट्रो कोच आ चुके हैं। मेट्रो कोच में लगने वाला एयर कंडीशनिंग सिस्टम आधुनिक होगा, जो कोच में बैठे यात्रियों की संख्या के हिसाब से तापमान घटा या बढ़ा सकेगा। कोच में लगे ब्रेक भी कोच के लोड के हिसाब से काम करेंगे।

प्राकृतिक तापमान के हिसाब से अंदर की लाइटिंग तय होगी 

कोच के अंदर लगी स्मार्ट लाइटिंग बाहर के प्राकृतिक तापमान के हिसाब से अंदर की लाइटिंग तय करेगी। हर कोच में फायर स्मोक अलार्म और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए फायर एक्सटिंग्विशर भी लगे होंगे। इमरजेंसी की स्थिति में यात्री कोच में मौजूद माइक्रोफोन के जरिए ड्राइवर से बात कर सकेंगे। सुभाष नगर से करोंद का काम शुरू होगा। 2027 तक पूरा काम पूरा हो जाएगा। वर्ष 2031 तक साढ़े चार लाख लोग प्रतिदिन मेट्रो में सफर करेंगे। इंदौर मेट्रो का कार्य 40 प्रतिशत तक पूर्ण हो गया है। भोपाल और इंदौर में 27 मेट्रो ट्रेनें चलेगी। महिलाओं और दिव्यांगजनों का विशेष ध्यान रखते हुए मेट्रो स्टेशन पर कई सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

30 साल की सेवा दे चुके शिक्षकों का वेतन बढ़ेगा

30 साल की सेवा पूरी कर चुके शिक्षकों को अब तीसरी पदोन्नति पाने में शैक्षणिक योग्यता की बाधा का सामना नहीं करना पड़ेगा। स्कूल शिक्षा विभाग ने इसके लिए शैक्षणिक योग्यता अनिवार्य करने का आदेश जारी कर दिया है। संचालक शिक्षक केके द्विवेदी की ओर से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। तीसरी पदोन्नति मिलने के बाद इन शिक्षकों के वेतन में 2000 से 4000 रुपए तक की बढ़ोतरी होगी।