MP Neemuch Mandi: हम्माल विवाद,सोमवार से पहले की तरह चलेगी मंडी, सप्ताहभर में नई व्यवस्था लागू की जाएगी

MP News :नीमच कृषि उपज मंडी में हम्मालों के बीच हुए विवाद के बाद मंडी व्यापारी संघ ने सोमवार से अनिश्चितकालीन मंडी बंद का आह्वान किया था। कल मंडी प्रभारी अधिकारी एवं एसडीएम डॉ. ममता खेड़े की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें व्यापारी संघ ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है।
 
Saral Kisan, MP News : नीमच कृषि उपज मंडी में हम्मालों के बीच हुए विवाद के बाद मंडी व्यापारी संघ ने सोमवार से अनिश्चितकालीन मंडी बंद का आह्वान किया था। कल मंडी प्रभारी अधिकारी एवं एसडीएम डॉ. ममता खेड़े की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें व्यापारी संघ ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है। सोमवार यानि कल से मंडी वर्तमान व्यवस्था के तहत संचालित होगी। मंडी प्रशासन एक सप्ताह में नई व्यवस्था का खाका तैयार कर लेगा। लहसुन मंडी में 27 मई से नई व्यवस्था लागू हो जाएगी। जिसके तहत खरीददार को व्यापारी के साथ वाहन भी उपलब्ध कराना होगा।

कैसे किया मंडी बंद का ऐलान 

कृषि उपज मंडी में व्यापारियों और मंडी के आढ़तियों के बीच लहसुन के ढेर लगाने के मुद्दे पर विवाद हो गया।  मंडी के मुनीमों ने व्यापारियों के मुनीमों पर तलवारों से हमला कर दिया था। घटना के बाद पुलिस ने 4 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। घटना से आक्रोशित मंडी व्यापारी संघ ने सोमवार से अनिश्चितकालीन मंडी बंद का आह्वान किया था। संयुक्त तहसील कार्यालय का नया भवन शनिवार को मंडी प्रभारी अधिकारी एवं एसडीएम डॉ. खेड़े की अध्यक्षता में एमपी के सभागार में मंडी सचिव, पुलिस एवं व्यापारियों की बैठक हुई।

 बैठक में लिया फैसला 

डेढ़ घंटे तक चली बैठक में एसडीएम ने मंडी को सुचारू रूप से संचालित करने की बात कही। तय हुआ कि 27 मई से लहसुन मंडी में नई व्यवस्था लागू की जाएगी जिसके तहत लहसुन खरीदने वाले व्यापारी अपने ठेले और वाहनों की व्यवस्था स्वयं करेंगे। सुबह 9 बजे से पहले खाली लोडिंग वाहनों के मंडी में प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। व्यापारियों ने मंडी में व्यापारियों और आपराधिक किस्म के लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही।  इस दौरान तहसीलदार प्रेमशंक पटेल, मंडी समिति सचिव उमेश बसेरिया शर्मा, इंस्पेक्टर समीर दास, व्यापारी संघ अध्यक्ष राकेश भारद्वाज, सचिव राजेंद्र खंडेलवाल, नरेंद्र कोठारी, नवल मित्तल, लहसुन व्यापारी संजय गर्ग, विमल सरावगी, बसंत गर्ग सहित अन्य व्यापारी, अधिकार व पुलिस मौजूद थी।