उत्तर प्रदेश के 50 से ज्यादा जिलों में खोले जाएंगे मॉडल स्कूल, इस वर्ग के बच्चों का होगा दाखिला
Saral Kisan, UP : अब गरीब घरों के बच्चों को भी पढ़ाई की विश्व स्तरीय सुविधाएं सरकारी स्कूलों में दी जाएंगी। 57 जिलों में जल्द एक-एक मुख्यमंत्री माडल कंपोजिट स्कूल खोले जाएंगे। शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यहां प्री-प्राइमरी से लेकर इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई कराई जाए। पांच से दस एकड़ तक जमीन पर इन स्कूलों का निर्माण हो और जल्द जिलों में जमीन चिह्नित की जाए। यहां स्मार्ट क्लास के साथ-साथ रोबोटिक्स व मशीन लर्निंग सेंटर के साथ-साथ मॉड्यूलर लैब आदि की सुविधा होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सभी 18 मंडल के एक-एक जिले में श्रमिकों के बच्चों व निराश्रित बच्चों के लिए एक-एक अटल आवासीय स्कूल खोला गया है। अब बाकी बचे 57 जिलों में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एक-एक मुख्यमंत्री माडल कंपोजिट स्कूल खोलने पर जोर देना होगा। प्री नर्सरी से लेकर इंटरमीडिएट तक प्रत्येक कक्षा में तीन-तीन सेक्शन होंगे। यहां विद्यालय परिसर में प्रधानाचार्य, शिक्षक संवर्ग व कर्मचारियों के लिए आवासीय भवन भी बनाए जाएं।
यहां कक्षा कक्ष में स्मार्ट क्लास की व्यवस्था हो। रोबोटिक्स व मशीन लर्निंग सेंटर के साथ-साथ कक्षा एक से कक्षा आठ तक कंपोजिट विज्ञान व गणित लैब बनाई जाए और कक्षा नौ से इंटरमीडिएट तक रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान की माड्यूलर लैब बनाई जाए। योगी ने कहा कि कंप्यूटर लैब व लैंग्वेज लैब भी बनाई जाए। सभी कक्षाओं के लिए अलग-अलग पुस्तकालय बनाया जाए। खेल का विशाल मैदान हो और ओपन जिम के साथ-साथ मल्टीपल एक्टिविटी हाल, सोलर पैनल, वर्षा जल संचयन इकाई की स्थापना, वाटर प्लांट, मिड डे मील किचन, डायनिंग हाल, वाशिंग एरिया, हैंडवाशिंग यूनिट और सीसीटीवी कैमरे से आनलाइन निगरानी की व्यवस्था भी की जाए।
योगी ने बैठक में यह भी निर्देश दिए कि प्री प्राइमरी से कक्षा आठ तक की पढ़ाई के लिए 24 हजार कंपोजिट स्कूल चलाए जा रहे हैं। अब इनमें से सभी जिलों में एक-एक सर्वश्रेष्ठ कंपोजिट स्कूल को मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय के रूप में चरणबद्ध रूप से उच्चीकृत किया जाए। यहां पांच कमरों का एक अभ्युदय ब्लाक बनाया जाए। मिड डे मील शेड, बाल वाटिका, पोषण वाटिका, सुरक्षा कर्मियों की तैनाती, बाल सुलभ फर्नीचर, माड्यूलर डेस्क व बेंच, वाई-फाई की सुविधा और सीसीटीवी कैमरे की भी व्यवस्था की जाए। यहां पर उत्कृष्ट शिक्षकों की तैनाती की जाए और इसके लिए कंप्यूटर आधारित टेस्ट की भी व्यवस्था की जाए। यहां लर्निंग बाई डूइंग माडल के माध्यम से विद्यार्थियों को कौशल व उद्यमिता विकास के अवसर उपलब्ध कराए जाएं। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि इससे 26 लाख विद्यार्थियों को लाभ होगा।
924 पी श्री स्कूलों का दिसंबर तक पूरा करें निर्माण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में निर्देश दिए कि पीएम स्कूल फार राइजिंग इंडिया (पीएम श्री) योजना के तहत पहले चरण में 924 स्कूलों को उच्चीकृत किया जाना है। ऐसे में इन स्कूलों में हो रहे निर्माण कार्यों को दिसंबर तक पूरा कर इन्हें उच्चीकृत किया जाए। इसमें 272 सरकारी प्राइमरी स्कूल, 570 कंपोजिट स्कूल और 82 माध्यमिक विद्यालय शामिल हैं। कुल 1,725 सरकारी विद्यालय इस योजना के तहत चयनित किए गए हैं।
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