पशुओं में दूध की उत्पादन कम हो रहा है और लस्सी-दही की खपत दोगुनी हो गई है

MILK PRODUCTION DECREASED :जिले में भीषण गर्मी का दौर जारी है। नौतपा के सातवें दिन पारा 478 डिग्री सेल्सियस रहा। लोग भीषण गर्मी और लू से बेहाल हैं। सूरज की तेज किरणों से जनजीवन अस्त-व्यस्त है, वहीं दूध उत्पादन में भी तेजी से कमी आई है।
 

MILK PRODUCTION DECREASED : जिले में भीषण गर्मी का दौर जारी है। नौतपा के सातवें दिन पारा 478 डिग्री सेल्सियस रहा। लोग भीषण गर्मी और लू से बेहाल हैं। सूरज की तेज किरणों से जनजीवन अस्त-व्यस्त है, वहीं दूध उत्पादन में भी तेजी से कमी आई है। लगातार बढ़ रही गर्मी के कारण दुधारू पशुओं में दूध उत्पादन कम हो रहा है। पशु बीमार पड़ने लगे हैं।

पशु चिकित्सालयों में पालतू पशुओं की ओपीडी 972 तक पहुंच गई है। इतना ही नहीं भीषण गर्मी के कारण वीटा प्लांट में दूध उत्पादन में भी भारी गिरावट आई है। दो माह पहले तक रोजाना 95 हजार लीटर तक दूध की आपूर्ति होती थी, जो अब घटकर 80 से 85 हजार लीटर के बीच रह गई है।

वहीं इधर, बढ़ती गर्मी के कारण बाजार में लस्सी और दही की बिक्री बढ़ गई है। वीटा प्लांट के दही की मांग दोगुनी हो गई है। भारी मात्रा की पूर्ति के लिए लस्सी और दही के दो नए पैक तैयार करने पड़े हैं।  अब बाजार में लस्सी और दही की 900 ग्राम और 100 ग्राम की पैकिंग भी उतारी गई है।

यहां गायें हीटस्ट्रोक का शिकार हो रही हैं। श्री गोशाला के सचिव प्रेम कंदोई ने पशुपालन एवं डेयरी विभाग के निदेशक पंचकूला, जिला उपायुक्त सिरसा, हरियाणा सरकार के मुख्यमंत्री एवं पशुपालन मंत्री तथा हरियाणा गो सेवा आयोग के सचिव को पत्र लिखा है। जिसमें बताया कि भीषण गर्मी में बेसहारा गायें हीटस्ट्रोक का शिकार हो रही हैं। शहर में हर रोज करीब पांच गायें मर रही हैं। इसलिए पशु चिकित्सकों और मोबाइल यूनिटों को शहर में नंबर चस्पा किए जाएं और पशुओं को पहुंचाया जाए। लोगों को अस्पतालों की जानकारी दी जाए।

एक तरफ जिले में भीषण गर्मी से लोग परेशान थे, वहीं गांव अलीकां के आसपास कुछ इलाकों में बारिश हुई। इस बारिश ने दो सप्ताह से पड़ रही भीषण गर्मी से राहत दिलाई है। हालांकि बारिश के बाद भीषण गर्मी ने लोगों को सताया।  चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार आज और कल आसमान में आंशिक बादल छाए रहने, हवाएं चलने और कुछ स्थानों पर गरज के साथ छिटपुट बूंदाबांदी होने की संभावना है। जिससे गर्मी का प्रकोप कुछ कम होगा।

50 से अधिक बेसहारा गोवंश को उपचार उपलब्ध कराया

श्री गोशाला सचिव प्रेम कंदोई ने आमजन से अपील की कि वे अपने घरों के बाहर बेसहारा गोवंश के लिए पानी की व्यवस्था करें। बीमार गोवंश के उपचार के बारे में जानकारी दें। कंदोई ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से गोशाला की टीमें 50 से अधिक बेसहारा गोवंश को उपचार उपलब्ध करा चुकी हैं। शहर में प्रतिदिन करीब पांच गोवंश गर्मी में मर रहे हैं। इसलिए मामला जिला प्रशासन और संबंधित के संज्ञान में लाया गया

डॉक्टरों की 60 टीमें अलर्ट, दुधारू पशुओं को हरा चारा देने की सलाह

जिला सिरसा पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उपनिदेशक डॉ. सुखविंदर सिंह ने बताया कि बेसहारा गोवंश के बीमार होने के मामले सामने आए हैं। गोशाला सचिव के पत्र का संज्ञान लिया। अस्पताल के डॉक्टरों और मोबाइल वैन के फोन नंबर प्रदर्शित किए गए हैं। 60 पशु चिकित्सकों की टीमों को अलर्ट किया गया है। उनके अनुसार गर्मी में दुधारू पशुओं का दूध उत्पादन स्वाभाविक रूप से कम हो जाता है। 

पशुओं को पौष्टिक आहार दिया जाए तो दूध उत्पादन पर कम असर पड़ता है। गर्मी के मौसम में पशुओं को विशेष देखभाल की जरूरत होती है। गर्मी के कारण पशुओं को पानी की कमी हो जाती है। जिसके कारण दुधारू पशुओं का दूध उत्पादन कम हो जाता है, ऐसे में पशुओं को सूरज की गर्मी से बचाने की जरूरत है।