Maruti Suzuki : वॉशिंग मशीन की कीमत में मिलती थी यह कार, पूरा किया 40 साल का सफर
Saral Kisan : 14 दिसंबर 1983, आज से लगभग 40 साल पहले मारुति-सुजुकी 800 कार का लॉन्च हुआ था। भारत में इसका मूल्य पहली बार सिर्फ 47 हजार 500 रुपये था। उस समय, कंपनी ने अपनी 15% कारों को एयर कंडीशनर डीलक्स कारों में बदल दिया। इन कारों का मूल्य ७० हजार रुपये था। यह कार लॉन्च होते ही बाजार में छा गई। यह कार मध्यमवर्गीय परिवार को बहुत पसंद आई। मारुति 800 के लॉन्च के बाद कंपनी ने अलग-अलग सेगमेंट में आने का निर्णय लिया था। 1984 में कंपनी ने ओमनी मिनीवैन और 1985 में जिप्सी जैसे कई कार लॉन्च कीं। 1993 में मारुति ने प्रीमियम हैचबैक जेन पेश किया।
तेजी से मिली सफलता
मारुति-सुजुकी को अपनी पहली कार की लॉन्चिंग के बाद भारत में काफी सफलता मिली थी। मारुति ने साल 1995 में कंपनी का दूसरा प्लांट खोला था। इसके बाद साल 1999 में ठीक 4 साल बाद तीसरा प्रोडेक्शन सेंटर खोला था। मारुति ने 21वीं सदी की शुरुआत के साथ्ज्ञ ऑल्टो कार को लॉन्च किया था। इसके बाद साल 2005 में स्विफ्ट को लॉन्च किया। यह मॉडल युवाओं को काफी पसंद आया था।
क्या थी इंदिरा गांधी की भूमिका
मारुति-सुजुकी 800 (Maruti-Suzuki 800) कार देश की अब तक की सबसे सफल कारों में से एक है। मध्यम वर्गीय परिवारों को यह कार काफी पसंद आई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुड़गांव में भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने मारुति के कारखाने का उद्घाटन किया था। दिसंबर 1983 में इंदिरा गांधी ने पहली बार मारुति 800 की चाबी हरपाल सिंह को सौंपी थी।
दिल्ली हेडक्वॉर्टर में शोकेस की कार
मारुति उद्योग की पहली कार मारुति 800 लॉन्च की थी। इस कार को भारत में 40 साल पूरे हो चुके हैं। इसे मारुति सुजुकी ने रिस्टोर कर अपने दिल्ली स्थित हेडक्वॉर्टर में शोकेस किया है। 40 साल पुरानी पहली मारुति 800 अब भी वैसी ही दिख रही है, जैसी 40 साल पहले थी। हमने यहां इन दोनों कारों की तस्वीरें लगाई हैं, जिन्हें देखने के बाद आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मारुति सुजुकी ने किस तरह 800 की बेहतरीन कायापलट कर इसे प्रदर्शनी में रखा है।
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