मध्य प्रदेश के कई गांव और शहर सीधे रेल लाइन से जुड़ेंगे, राजस्थान की घटेगी 100 किमी दुरी

MP New Rail Line : भोपाल से राजस्थान के कोटा तक 442 किलोमीटर का सफर 8 से 8.30 घंटे लगता है। इसका कारण यह है कि भोपाल से सीधा रास्ता कोटा नहीं है। भोपाल से उज्जैन, नागदा होकर कोटा जाना चाहिए। साथ ही भोपाल से कोटा की दूरी सड़क से 346 किलोमीटर है। रेलवे लाइन से 100 किलोमीटर छोटा है। नए मार्ग पर ट्रेन चलने से यात्रा पांच घंटे में ही पूरी हो जाएगी।
 

MP News : रेलवे जल्द ही मध्य प्रदेश के कई गांवों और शहरों को बड़े शहरों से जोड़ देगा। नई रेल योजना बनाने के लिए भोपाल रेल मंडल तेजी से काम कर रहा है। इसके कार्यान्वयन से मालवा और भोपाल क्षेत्र की बहुसंख्यक जनता लाभान्वित होगी। एमपी को राजस्थान से जोड़ने वाली भोपाल-ब्यावरा-रामगंजमंडी रेल लाइन का काम 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। रेलवे लाइन बनने के बाद भोपाल से कोटा की दूरी 100 किलोमीटर कम हो जाएगी।

रेललाइन का काम पूरा हुआ, 80 फीसदी

2000-2001 में भोपाल-ब्यावरा-रामगंज मंडी रेल लाइन को मंजूरी दी गई थी, लेकिन 9 अक्टूबर 2004 से निर्माण कार्य शुरू हुआ। इस काम को लगभग दो दशक बीत चुके हैं। इसके बावजूद, इस परियोजना की लागत 3032.46 करोड़ रुपए है। इसका मार्ग 276.50 किमी होगा। रामगंज मंडी से नयागांव तक रेल लाइन का काम पूरा हो गया है, लेकिन नयागांव से राजगढ़-खिलचीपुर के बीच काम अभी भी जारी है। 80 प्रतिशत काम पूरा हो गया है।

भोपाल से कोटा यात्री पहुंच सकेंगे, 5 घंटे में

भोपाल से राजस्थान के कोटा तक 442 किलोमीटर का सफर 8 से 8.30 घंटे लगता है। इसका कारण यह है कि भोपाल से सीधा रास्ता कोटा नहीं है। भोपाल से उज्जैन, नागदा होकर कोटा जाना चाहिए। साथ ही भोपाल से कोटा की दूरी सड़क से 346 किलोमीटर है। रेलवे लाइन से 100 किलोमीटर छोटा है। नए मार्ग पर ट्रेन चलने से यात्रा पांच घंटे में ही पूरी हो जाएगी।

यहां से होकर निकलेगी, ट्रेन

रेलवे लाइन रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के निशातपुरा से शुरू होकर मुबारकपुर जंक्शन, श्यामपुर दोराहा, झरखेड़ा, इमलिया, बैरागढ़ खुमा, बमूनिया, कुरावर, नरसिंहगढ़, सोनकच्छ, पीपलहेल, ब्यावरा, राजगढ़, खिलचीपुर, भोजपुर और घाटोली से गुजरेगी। योजना पूरी होते ही भोपाल से कोटा की दूरी कम हो जाएगी।