कानपुर की बेटी श्रद्धा गोयल को गूगल में मिली नौकरी, मिलेंगे 27 लाख रुपए

UP News : आज के जमाने में लड़कियां लड़कों से कहीं आगे निकल चुकी हैं। पहले लड़कियों को सिर्फ घर के कामकाज के लिए जाना जाता था। आज लड़कियां देश के कई सर्वोत्तम पदों पर आसीन है। उत्तर प्रदेश की बेटी श्रद्धा गोयल ने बड़ा इतिहास रचा है. कानपुर की बेटी श्रद्धा गोयल गूगल में चयनित हुई है। 

 

Uttar Pradesh News : आज के जमाने में लड़कियां लड़कों से कहीं आगे निकल चुकी हैं। पहले लड़कियों को सिर्फ घर के कामकाज के लिए जाना जाता था। उत्तर प्रदेश के कानपुर की बेटी श्रद्धा गोयल ने इतिहास रच दिया है। गूगल में चयनित हुई श्रद्धा गोयल ने खुद गूगल में आवेदन किया था। बता दें कि गूगल के तीन राउंड की कठिन कंपटीशन के बाद सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में चयन हुआ है। किसी प्राइवेट संस्थान के छात्र का पहली बार गूगल में चयन हुआ है। पीएसआईटी प्रशासन के अनुसार गूगल ने पहले चरण के तहत 7 छात्रों को चयनित किया हैं। इन चयनित छात्रों में चार आईआईटी, दो वेल्लोर और एक श्रद्धा गोयल है।

चुना PSIT का रास्ता 

PSIT में बीटेक-कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग की छात्रा श्रद्धा मूलतः निराला नगर, लखनऊ में रहती है। पिता मनोज कुमार गुप्ता प्रयागराज में बैंक ऑफ बड़ौदा में हैं, जबकि मां लता गुप्ता प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका हैं। कॉलेज हॉस्टल में रहने वाली श्रद्धा ने कहा कि यूपीएसईई में एकेटीयू की प्रवेश परीक्षा में कम रैंक मिलने के कारण सरकारी संस्थान नहीं मिला। दोस्तों और रिश्तेदारों की सलाह पर PSIT चुना। अच्छी पढ़ाई के साथ-साथ प्लेसमेंट में बेहतर प्रदर्शन के लिए विशेष प्रशिक्षण का लाभ मिला। 

तीन चरणों में हुआ चयन 

 श्रद्धा का वर्तमान एसजीपीए स्कोर 8.5 है। शुरू से ही औसत स्कोर 8 से 8.5 के बीच रहा है। श्रद्धा ने बताया कि मेरा चुनाव तीन चरणों में हुआ था। जिसमें कोडिंग की परीक्षा कम समय में और कम कंप्यूटर का उपयोग करके गूगल से मिले प्रश्नों को अलग-अलग ढंग से हल किया गया था। विभिन्न परिस्थितियों में समाधान भी पूछा गया। श्रद्धा ने अपनी इस कामयाबी के पीछे माता-पिता की संस्थान के साथ की गई मेहनत को बताया। पीएसआईटी के चेयरमैन प्रणवीर सिंह, अभिजीत सिंह, तान्या सिंह और मनमोहन शुक्ला सहित सभी शिक्षकों ने इस उपलब्धि को श्रद्धांजलि दी।