Jind: पिल्लूखेड़ा के पास बनेगा 3800 एकड़ में औद्योगिक क्षेत्र, जमीन की कीमत में आएगा उछाल

विधानसभा सत्र में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सूचना दी है। 13 जनवरी तक जमीन बेचने के लिए ई-भूमि पोर्टल पर आवेदन मांगे गए हैं। जमीन बेचने की पेशकश करने वाले बहुत से किसान हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी और जम्मू-कटरा एक्सप्रेस-वे के साथ औद्योगिक क्षेत्र बनेगा।

 

Saral Kisan : जींद को जल्द ही औद्योगिक क्षेत्र भी कहा जाएगा। जींद से नेशनल हाईवे 152-डी और जम्मू-कटरा एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन से औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना की पूरी संभावना है। सरकार ने पिल्लूखेड़ा के आसपास 3800 एकड़ क्षेत्र में औद्योगिक क्षेत्र बनाने की योजना बनाई है। इसकी जानकारी शुक्रवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दी है। सरकार ने किसानों से जमीन खरीदने के लिए ई-भूमि पोर्टल का उपयोग किया है। बहुत से किसानों ने औद्योगिक क्षेत्र को अपनी जमीन देने के लिए भी प्रस्ताव भेजे हैं। इस योजना पर अगले वर्ष काम शुरू होने की उम्मीद है।

सरकार ने कहा कि साइट-एक के लिए 2,000 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी। इसके लिए खरक गादियां गांव की लगभग 440 एकड़ जमीन, ढाठरथ की लगभग 1080 एकड़ जमीन, जामनी की लगभग 315 एकड़ जमीन, खेड़ी तलोड़ा की लगभग 150 एकड़ जमीन और अमरावली खेड़ा गांव की लगभग 15 एकड़ जमीन निर्धारित की गई है। Site Number Two के लिए 1800 एकड़ जमीन की मांग की गई है। इसके लिए अमरावली खेड़ा की 300 एकड़, भूरान गांव की 610 एकड़ और गांव जामनी की 890 एकड़ जमीन निर्धारित की गई है। इन गांवों के बहुत से किसानों ने अपनी जमीन देने के लिए भी हां कर दी है। हम उम्मीद करते हैं कि परियोजना जल्द ही मंजूर हो जाएगी और सभी किसान अपनी जमीन देने के लिए सहमत होंगे।

एक्सप्रेस-वे बदलेंगे जींद की तस्वीर

अगले वर्ष, नेशनल हाईवे नंबर 152-डी और दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस वे भी शुरू होंगे। जींद से कई और राष्ट्रीय राजमार्ग भी गुजरते हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग जींद से दिल्ली, रोहतक, हिसार, कैथल, चंडीगढ़, नारनौल और पटियाला तक सभी प्रमुख शहर को जोड़ता है। यह हाईवे बनने से जिला चारों ओर से यातायात से जुड़ जाएगा, जिससे जींद की छवि बदल जाएगी।

जिले के युवा लोगों को लाभ होगा

जींद के युवा फिलहाल रोहतक, दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पटियाला, अंबाला और रोहतक में काम करते हैं। यह उनका समय और धन दोनों खर्च करता है। जींद में औद्योगिक क्षेत्र शुरू होने के बाद इन युवाओं को अपने स्थानीय शहर में ही काम मिलेगा। इसके अलावा, अन्य युवा बेरोजगारों को भी काम मिलेगा।

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