Jewar Airport : 2400 करोड़ के खर्च से बनेगा एयर कार्गो टर्मिनल, इन लोगों को मिलेगा फायदा

इस कार्गो टर्मिनल के बन जाने के बाद माल को बिना किसी रूकावट के देश के सभी हिस्सों में भेजा जा सकेगा। इसके साथ ही रेलवे लाइन दादरी में बनाई जा जा रही लाइन से मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब को भी जोड़ा जाएगा।
 

Jewar Airport Kargo : नोएडा के जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम करीबन पूरा हो चुका है। बताया जा रहा है कि अक्टूबर 2024 तक इसे शुरू कर दिया जाएगा। इसी बीच एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और एयर कार्गो की सुविधाओं को जोड़ने के लिए एक शानदार प्लान बनाया जारहा है। यमुना प्राधिकरण बोर्ड द्वारा जेवर खादर और चांदहट स्टेशन के बीच रेलवे लाइन पर एक कार्गो टर्मिनल बनाने का प्लान बनाया जा रहा है।

इस कार्गो टर्मिनल के बन जाने के बाद माल को बिना किसी रूकावट के देश के सभी हिस्सों में भेजा जा सकेगा। इसके साथ ही रेलवे लाइन दादरी में बनाई जा जा रही लाइन से मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब को भी जोड़ा जाएगा। एक्सटर्नल को नोएडा एयरपोर्ट के कार्गो टर्मिनल और दिल्ली हावड़ा और दिल्ली मुंबई रेल मार्ग से जोड़ा जाएगा।

2400 करोड़ का आएगा खर्च

बताया जा रहा है कि इस योजना को पूरा करने के लिए करीबन 2400 करोड़ का खर्च आएगा। यमुना नदी पर एक रेल पुल बनाने में करीबन 350 करोड रुपए का खर्च आएगा। वही यमुना एक्सप्रेसवे के ऊपर से रेल गुजरने के लिए 15 करोड रुपए का खर्च करके फ्लाई ओवर बनाया जाएगा। इस परियोजना में इलेक्ट्रिसिटी पहुंचाने के लिए सब स्टेशन बनाए जाएंगे, जिस पर करीबन 20 करोड़ का खर्चा आएगा।

जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी को पूरे दिल्ली एनसीआर से जोड़ा जाएगा, जिससे लोगों को पहुंचने में कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। देश के दो सबसे बड़े रेलवे रूट दिल्ली मुंबई और दिल्ली हावड़ा को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ा जाएगा। इस परियोजना पर करीबन 1 साल पहले काम की शुरू किया जा चुका है।

मिलेगी आधुनिक सुविधाएं

जेवर एयरपोर्ट भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा, जहां आपको हर सुविधा मिलेगी। जेवर एयरपोर्ट के रेलवे स्टेशन को आधुनिक तरीके से बनाया जाएगा, जो पूरी तरह भूमिगत होगा। यह स्टेशन एयरपोर्ट के पेसेजंर टर्मिनल के नीचे बनाया जाएगा, जिससे यात्री आसानी से एलीवेटर, लिफ्ट या सीढ़ियों के द्वारा आवागमन कर सकेंगे।