जयपुर एयरपोर्ट को बनेगा वर्ल्ड क्लास, T3 और इंटीग्रेटेड कार्गो कॉम्प्लेक्स का होगा निर्माण
Jaipur Airport : अडानी ग्रुप जयपुर एयरपोर्ट के विकास कार्यों में करीब 6 हजार करोड़ रुपए निवेश करने जा रहा है। यह काम 3-4 चरणों में किया जाएगा। जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के मास्टर प्लान के मुताबिक एयरपोर्ट पर न सिर्फ नया टर्मिनल भवन बनाया जाएगा। साथ ही मौजूदा टर्मिनल में यात्रियों को सुरक्षा, सुविधा और विश्वस्तरीय मानक मुहैया कराने का प्रयास किया जाएगा। एयरपोर्ट पर नया टर्मिनल भवन बनाया जाएगा।
टर्मिनल भवन टी-3 का निर्माण प्रस्तावित है। साथ ही मौजूदा टर्मिनल 1 और टर्मिनल-2 पर नए विकास कार्य किए जाएंगे। वित्तीय वर्ष 2023-24 में जयपुर एयरपोर्ट से करीब 55 लाख यात्रियों ने यात्रा की है। टर्मिनल-2 में विस्तार कार्य भी किया जाना है। इसके तहत अतिरिक्त बोर्डिंग गेट और एंट्री गेट शुरू किए जा रहे हैं। यात्रियों के लिए प्रतीक्षालय बनाया जाएगा। अतिरिक्त बैठने की जगह, बैगेज हैंडलिंग सिस्टम में सुधार और पिक-अप और ड्रॉप-ऑफ जोन बनाए जाएंगे।
एयरपोर्ट प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि टर्मिनल-3 करीब 1.50 लाख वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया जाएगा। जबकि टर्मिनल-2 का क्षेत्रफल 29,246 वर्ग मीटर और टर्मिनल-1 का क्षेत्रफल 11,529 वर्ग मीटर है। इस तरह टर्मिनल-3 मौजूदा टर्मिनल-2 से 5 गुना से भी ज्यादा बड़ा होगा। टर्मिनल-3 के निर्माण पर करीब 2476 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
अंतरराष्ट्रीय यात्रियों से कम लिया जाएगा यूडीएफ चार्ज
फिलहाल अंतरराष्ट्रीय प्रस्थान पर 1237 रुपये का यूडीएफ चार्ज लिया जाता है। लेकिन 1 अगस्त 2024-25 से इसके लिए 980 रुपये चार्ज किए जाएंगे। क्योंकि अंतरराष्ट्रीय खर्च कम होने और निवेश कम होने की वजह से पहले साल यूडीएफ कम हो जाएगा। इसके बाद साल 2025-26 के लिए 1260 रुपये, 2026-27 के लिए 1400 रुपये खर्च होंगे। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय आगमन पर पहले वर्ष 420 रुपये, दूसरे वर्ष 540 रुपये और तीसरे वर्ष 600 रुपये का शुल्क लगेगा।