ITR Notice: इनकम टैक्स के नोटिस का झंझट खत्म, घर बैठे होगा समाधान

 

Saral Kisan : आयकर विभाग जल्द ही आयकर रिटर्न (ITR) समेत अन्य टैक्स नोटिस के मामलों में लोगों को जानकारी देने और उनकी मुश्किलें दूर करने के लिए हेल्पलाइन शुरू करेगा। अभी विभाग ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर कॉलसेंटर की शुरुआत की है, जहां से वह खुद टैक्सपेयर्सओं को फोन कर जानकारियां उपलब्ध करा रहा है। इसकी सफलता के बाद इस प्रोजेक्ट को देशव्यापी स्तर पर लागू किए जाने की तैयारी है। इसके बाद कॉल सेंटर में टैक्सपेयर्स संपर्क कर पाएंगे।

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) चेयरमैन नितिन गुप्ता ने हिंदुस्तान को बताया कि फिलहाल कॉलसेंटर से खास तौर पर कर डिमांड नोटिस के मामलों में लोगों की मुश्किलें दूर की जा रही हैं। कॉल करने के पहले टैक्सपेयर को इसके बारे में एक ई-मेल किया जाता है, जिसमें कॉल आने के बारे में बताया जाता है। उसके बाद उनके खिलाफ टैक्स के बारे में उन्हें सूचित किया जाता है और पूरी प्रक्रिया के बारे में उन्हें बताया जाता है। इस साल अब तक इसमें 1.4 लाख कॉल हुई हैं। पायलट सफल रहा तो कॉल सेंटर में टैक्सपेयर्स खुद से फोन कर पाएंगे और अपनी समस्याओं का निदान पा सकेंगे।

रिफंड में दिक्कत है तो ये काम करें-

नितिन गुप्ता ने बताया है कि जिन कुछ टैक्सपेयरओं को आयकर रिफंड में मुश्किल आ रही होगी, उन्हें अपने बैंक की जानकारियां आयकर विभाग के पास सही-सही अपडेट कराने की जरूरत है। उनके मुताबिक ऐसे करीब 35000 मामले हैं, जिनमें बैंक की पुष्टि नहीं हो पा रही है। विभाग की तरफ से इन टैक्सपेयरओं से संपर्क किया जा रहा है। ऐसे मामलों में कहीं खाता नंबर गलत है तो कहीं आईएफएससी कोड गलत पाया जा रहा है। साथ ही कई बैंकों के मर्जर के बाद लोगों ने अपना नई जानकारियां दर्ज नहीं की है। ऐसा करने की वजह से लोगों को रिफंड मिलने में मुश्किल हो रही है।

केआयकर जरिए सरकार कमाई बढ़ी-

तकनीक के इस्तेमाल और टैक्स चोरी को रोकने के लिए युद्ध स्तर पर उठाए गए कदमों के चलते आयकर विभाग की कमाई लगातार बढ़ती जा रही है। सीबीडीटी के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 9 अक्टूबर तक 11.07 लाख करोड़ रुपये प्रत्यक्ष कर इकट्ठा किया गया है, जो पिछले वित्तवर्ष की समान अवधि के मुकाबले 18 फीसदी ज्यादा है। कुल टैक्स में से व्यक्तिगत आयकर में 30 फीसदी और कॉरपोरेट टैक्स में 7.3 फीसदी की वृद्धि हुई है।

7.15 करोड़ रिटर्न वेरीफाई-

आयकर विभाग की तरफ से 1 अप्रैल से लेकर 9 अक्टूबर 2023 तक 1.5 लाख करोड़ रुपये का रिफंड किया गया है। वित्तवर्ष 2023-24 में 7.27 करोड़ आयकर रिटर्न फाइल किए गए हैं, जिनमें से 7.15 करोड़ सत्यापित हैं। विभाग की तरफ से 6.8 करोड़ रिटर्न प्रॉसेस किए जा चुके हैं। साथ ही सत्यापित रिटर्न में से 93.5 फीसदी प्रॉसेस भी किए जा चुके हैं।

कमाई के नए क्षेत्र-
टैक्स विभाग ने इस वित्तवर्ष में अब तक करीब 6 महीनों में क्रिप्टो एसेट्स को टैक्स के दायरे में लाए जाने से 105 करोड़ रुपए और ऑनलाइन गेमिंग पर टीडीएस के जरिए 600 करोड़ रुपए कमाए हैं

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