उत्तर प्रदेश के इस जिले में बनेगा औद्योगिक कॉरिडोर और 12.3 किलोमीटर लंबा बायपास

UP News : उत्तर प्रदेश में आचार संहिता हटते ही पूर्वांचल एक्सप्रेस किनारे इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के निर्माण में तेजी आएगी। लोकसभा चुनाव के चलते लगी आचार संहिता के कारण जमीन की रजिस्ट्री का काम रुका हुआ था। इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए कुल 230 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की जाएगी।

 

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के एक्सप्रेसवे किनारे औद्योगिक गलियारों का निर्माण किया जाएगा। प्रदेश के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के किनारे तीन गांव की जमीन पर औद्योगिक गलियारे का निर्माण किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल एक्सप्रेस के नजदीक अकबरपुर के बेवाना, खानजहांपुर व जगदीश मुस्लिम मैं इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण किया जाना है। इस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए तीन गांव के 1115 किसानों से जमीन अधिग्रहण की जानी है। 

औद्योगिक कॉरिडोर की स्थापना को जल्दी शुरू करने की योजना है। सोमवार से एक बार फिर किसानों की जमीन के लिए त्वरित बैनामा शुरू होगा। प्रशासन ने इसके लिए संबंधित किसानों से कहा है कि वे प्रक्रिया का पालन करें। भूमि आवश्यकताओं को पूरा करने के बाद यहां बुनियादी सुविधाओं का काम होगा। इसके बाद विभिन्न उद्योगों की स्थापना की जा सकेगी।

230 हेक्टेयर जमीन 

इस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए कुल 230 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की जाएगी। इस 230 हेक्टेयर जमीन में 22 हेक्टेयर जमीन सरकारी है जबकि 208 हेक्टेयर जमीन किसानों की है। लोकसभा चुनाव के पहले 311 किसानों की साढे 85 हेक्टेयर जमीन की रजिस्ट्री हो चुकी है। इस जमीन अधिग्रहण के बदले 132 करोड़ का भुगतान कर दिया गया है।

आदर्श आचार संहिता अब खत्म हो चुकी है। ऐसे में भूमि रजिस्ट्री अब तेजी से काम करेगी। इसके बाद औद्योगिक कॉरिडोर विधिवत बनाया जा सकेगा। तहसीलदार अकबरपुर बलवीर सिंह ने बताया कि सोमवार से बैनामा को जल्दी से शुरू कराने की योजना है। इसके लिए लेखपालों को नए दिशा-निर्देश दिए गए हैं।

बाईपास का निर्माण

हाल ही में, ग्लोबल विजडम स्कूल के पास अकबरपुर अयोध्या रोड पर एक 12.3 किमी लंबी बाईपास का निर्माण शुरू हुआ, जिससे नगर में जाम की समस्या दूर होगी। 251 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले बाईपास में मिट्टी पटाई और पुलिया निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। निर्माण जून 2025 तक पूरा होना चाहिए। चुनाव से पहले निर्माण कार्य तेजी से शुरू हुआ था, लेकिन आदर्श आचार संहिता के चलते काम बहुत धीमा हो गया। अब बाईपास निर्माण को फिर से तेज करने की योजना है।