भारत का खाद्यान्न उत्पादन 329 टन रहने का अनुमान, पिछले साल से थोड़ा कम

Grains Production :पिछले दो सप्ताह से दालों में चल रही तेजी का रुख अब थम गया है। फसल वर्ष 2023-24 के लिए भारत का खाद्यान्न उत्पादन 328.85 मिलियन टन रहने का अनुमान है, जो पिछले साल के 329.69 मिलियन टन से थोड़ा कम है।
 

Grains Production : पिछले दो सप्ताह से दालों में चल रही तेजी का रुख अब थम गया है। फसल वर्ष 2023-24 के लिए भारत का खाद्यान्न उत्पादन 328.85 मिलियन टन रहने का अनुमान है, जो पिछले साल के 329.69 मिलियन टन से थोड़ा कम है। चावल और गेहूं में रिकॉर्ड उत्पादन के बावजूद दालों और मक्का उत्पादन में 6 प्रतिशत की गिरावट ने समग्र गिरावट में योगदान दिया।

कृषि मंत्रालय के तीसरे अग्रिम अनुमान में ये आंकड़े उजागर किए गए हैं। इसमें पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अधिक पैदावार के कारण गेहूं उत्पादन 112.02 मिलियन टन के पिछले अनुमान को पार करते हुए रिकॉर्ड 112.92 मिलियन टन तक पहुंचने का अनुमान है। चावल उत्पादन में भी वृद्धि की उम्मीद है, जो पिछले साल के 135.76 मिलियन टन से बढ़कर 136.7 मिलियन टन हो जाएगा।

मिलियन टन तक पहुंच जाएगा।  दालों का उत्पादन पिछले साल के 26.06 मिलियन टन से 6 प्रतिशत घटकर 24.47 मिलियन टन रहने का अनुमान है।

यह गिरावट महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे प्रमुख राज्यों में खराब मानसून की स्थिति के कारण है। हालांकि, अरहर और मसूर का उत्पादन बढ़ा है, जबकि उड़द और मूंग का उत्पादन काफी कम हुआ है। 2024-25 फसल वर्ष के लिए सरकार का लक्ष्य 340.40 मिलियन टन खाद्यान्न उत्पादन लक्ष्य हासिल करना है। इसमें खरीफ 159.97 मिलियन टन, रबी 164 मिलियन टन और जायद 16.43 मिलियन टन सीजन के लक्ष्य शामिल हैं। सरकार ने चावल के लिए 136.30 मिलियन टन और गेहूं के लिए 115 मिलियन टन का लक्ष्य रखा है।