इमरजेंसी में रेलकर्मी सीधे पैनल अस्पताल में हो सकेंगे भर्ती, यूपी के इस हॉस्पिटल में मिलेगी सुविधा
रेलकर्मी अब इमरजेंसी में पैनल अस्पताल में सीधे भर्ती हो सकेंगे। सेवा भी सेवानिवृत्त रेलकर्मियों को मिलेगी। इसके लिए आगरा में पैनल वाले अस्पतालों की सूची भी जारी की गई है। नीचे लिस्ट देखें।
Saral Kisan : अब रेलवे के पैनल में शामिल अस्पताल में इमरजेंसी की स्थिति में इलाज के लिए रेलकर्मी और सेवानिवृत्त रेलकर्मी सीधे भर्ती हो सकेंगे। भर्ती होते ही उनका इलाज निःशुल्क होगा। सीधे भर्ती होने के लिए उन्हें उम्मीद कार्ड साथ में रखना होगा। उन्हें इमरजेंसी में रेलवे अस्पताल जाकर पैनल अस्पताल के लिए रेफर लेटर लेने में समय नहीं बर्बाद करना चाहिए। रेलवे बोर्ड ने नए नियम को तुरंत लागू कर दिया है। अगरा में पांच हजार रेलकर्मी कार्यरत हैं और पंद्रह हजार से अधिक सेवानिवृत्त हैं।
रेलवे में कार्यरत और सेवानिवृत्त कर्मचारियों को कैशलेस इलाज मिलता है। इलाज के लिए कर्मचारियों को उम्मीद कार्ड बनाना होगा। पूर्व में, एक कर्मचारी या कर्मचारी को रेलवे के पैनल वाले अस्पताल में भर्ती होने से पहले पास के रेलवे अस्पताल से रेफर लेटर लिखवाना होता था। इसके बाद ही उसका कैशलेस इलाज पैनल अस्पताल में शुरू हो पाया। रेलवे ने अब इस नियम में आ रही व्यवहारिक समस्याओं को देखते हुए बदलाव किया है। 16 अक्तूबर को देशभर के सभी रेलवे महाप्रबंधकों को एक पत्र में रेलवे बोर्ड के प्रिंसीपल एक्सीक्यूटिव डायरेक्टर (हेल्थ) डॉ. एके मल्होत्रा ने नए नियम के हिसाब से कैशलेज इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
रेलवे बोर्ड ने बताया कि देश के एक मेट्रो शहर में नए नियम के अनुसार पैनल वाले अस्पतालों में कैशलेज इलाज की योजना कुछ महीने पहले पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई थी। इसे वहां से सकारात्मक परिणाम मिलने के बाद देश भर में लागू किया गया है। नए नियम से सेवानिवृत्त रेलकर्मी और छोटे कस्बों और गांवों में रहने वाले लोगों को बहुत राहत मिलेगी।
रेलवे पैनल में आगरा के ये हॉस्पिटल हैं: पुष्पांजलि हॉस्पिटल, दिल्ली गेट, उपाध्याय हॉस्पिटल, शहीद नगर क्रॉसिंग, हैरिटेज हॉस्पिटल, बाईपास रोड, पुरुषोत्तम दास सावित्री देवी हॉस्पिटल, बाईपास रोड, सेंटर फॉर साइट और बाईपास रोड। डॉ. पंकज स्कैनिंग सेंटर और पूरे डायग्नोस्टिक सेंटर भी पैथोलॉजी और सीटी स्कैन के लिए उपलब्ध हैं। इसमें एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस, फरीदाबाद का मेट्रो हॉस्पिटल और हार्ट इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम का मेदांता हॉस्पिटल और गाजियाबाद का यशोदा हॉस्पिटल भी शामिल हैं।
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