गौ सेवा का एक अहम आयोजन, गायों को खिलाई गई 71 क्विंटल ड्राई फ्रूट से बनी लापसी

भारत विकास परिषद के शाखा अध्यक्ष प्रकाश चंद्र कुमावत ने बताया कि जलझूलनी एकादशी के पावन पर्व पर क्षेत्र की बाल गोपाल गौशाला जमावलदा, जैन गौशाला चेनपुरिया, जैन गौशाला बरवरदा....

 

Rajasthan News: राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में गौसेवा का एक अनूठा उदाहरण फिर से सामने आया है। यहां के छोटीसादड़ी कस्बे में सोमवार को एकादशी के पर्व पर चारों गोशालाओं में 71 क्विंटल पोष्टिक ड्राई फ्रूट्स मिक्स लापसी (मीठा दलिया) दी गई। भारत विकास परिषद शाखा छोटीसादड़ी ने इसका आयोजन किया था। प्रतापगढ़ में पूर्व में 11 क्विंटल ड्राई फ्रूट्स और आम रस मिलाकर गायों को पिलाया गया था।

भारत विकास परिषद के शाखा अध्यक्ष प्रकाश चंद्र कुमावत ने बताया कि जलझूलनी एकादशी के पावन पर्व पर क्षेत्र की बाल गोपाल गौशाला जमावलदा, जैन गौशाला चेनपुरिया, जैन गौशाला बरवरदा और हुरा बा गौशाला बड़ीसादड़ी में सैकड़ों गायों को हरी घास और 71 क्विंटल पौष्टिक लापसी दी गई।

विमल वया और अनिल चौहान ने गौशाला में गायों को हरा चारा खिलाने का प्रस्ताव रखा। परिषद और नगर के बुद्धिमान लोगों की अथक मेहनत ने इसे संभव बनाया। गायों के लिए हिन्दू धर्मशाला में एक दिन पहले लापसी बनाई गई। चार टीमों ने उसे चारों गौशालाओं के लिए ट्रैक्टरों की सहायता से नगर के मुख्य मार्ग से नीमच दरवाजे होते हुए रवाना किया।

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गायों को गौशालाओं में अलग-अलग लोगों ने सूखे मेवे के साथ लापसी खिलाई। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों के चेहरों पर गौमाता की सेवा भाव का संतोष दिखाई देता था। एकांत में मूक प्राणियों के लिए किया गया यह कार्यक्रम बहस का विषय बना हुआ है। परिषद के सदस्यों और अन्य लोगों ने इस आयोजन में दिल से सहयोग दिया।

बहुत से उपायों ने लापसी बनाया। गौ सेवकों ने भी उनके साथ बढ़ चढ़कर काम किया। लापसी को तैयार करते समय इसकी महक पूरे घर में फैली रही। लापसी को ट्रैक्टरों में बड़े-बड़े भगोनों में ले जाते देख लोग हैरान रह गए। लोगों ने गायों की सेवा के इस अनूठे कार्यक्रम की खुले दिल से प्रशंसा की।

प्रतापगढ़ जिला मुख्यालय पर स्थित श्री महावीर गोवर्धन गोशाला में पहले 11 क्विंटल आम रस बनाकर सैंकड़ों गायों को पिलाया गया था। इस आमरस को बनाने के लिए बहुत से गौभक्त मिल गए। बाद में इस सामान्य रस को कुंडों में भर दिया गया। गौभक्तों ने इसके बाद आम रस में ड्राई फ्रूट्स डाले। फिर सभी गायों को आमरस पिलाया गया। यह आयोजन भी बहुत चर्चा में था।

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