Saving Account में 5 लाख से अधिक रखने वालों के लिए जरूरी खबर, करना पद सकता है इस परेशानी का सामना

Saving Account  - अक्सर कई लोगों के मन में ये सवाल होता है आखिर खाते में जमा कितनी रकम सेफ है। मतलब अगर बैंक किसी कारण संकट में आ जाता है या फिर बैंक डूब जाता है तो आपका पैसा कितना सेफ है? तो चलिए आइए नीचे खबर में जान लेते है इन्हीं सवालों से जुड़े कुछ जवाब।
 

Saving Account  -  क्‍या आपका बैंक में बचत खाता (Savings Bank) है. क्‍या आप जानते हैं कि इस बचत खाते में जमा कितनी रकम सेफ है. मतलब अगर बैंक किसी कारण संकट में आ जाता है या फिर बैंक डूब जाता है तो आपका पैसा कितना सेफ है?

बैंकों में रखी आपकी 5 लाख रुपए तक की रकम सुरक्षित है. अब इस नियम पर कैबिनेट की मुहर भी लग चुकी है. लेकिन, अगर बैंक में 5 लाख रुपए से ज्यादा जमा है तो क्या होगा? क्यों हमें अपने अकाउंट में 5 लाख रुपए से ज्यादा नहीं रखने चाहिए? आइये समझते हैं...

बैंक कस्‍टमर के हित में कैबिनेट में बड़ा फैसला किया. संकट में फंसे बैंकों के ग्राहकों को डिपॉजिट इंश्‍योरेंस (Deposit Insurance) का क्‍लेम तीन महीने (90 दिन) के अंदर मिल सकेगा. अगर किसी बैंक पर मॉरे‍टोरियम लगा दिया गया है तो ग्राहक DICGC कानून के तहत 90 दिन के भीतर 5 लाख रुपए तक वापस ले सकेंगे. इसके लिए सरकार ने डिपॉजिट इंश्‍योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) एक्‍ट में संशोधन किया है. साल 2020 में सरकार ने डिपॉजिट पर इंश्‍योरेंस कवरेज (DICGC Insurance Premium) बढ़ाकर 5 लाख रुपए किया था.

बजट 2020 में बदला था नियम-

दरअसल, बजट 2020 में सरकार ने बैंक गारंटी (Bank Guarantee) की रकम को बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दिया था. पहले बैंक गारंटी केवल एक लाख रुपए थी। 4 फरवरी 2020 से यह नियम भी लागू हो गया है। आपके खाते में 5 लाख रुपये तक सुरक्षित हैं अगर अब कोई बैंक डूब जाएगा। बैंक आपको पांच लाख रुपए वापस देगा। यह कवर रिजर्व बैंक के इकाई जमा बीमा और कर्ज गारंटी निगम (DICGC) को मिलेगा।

कितना पैसा मिलेगा?

एक व्यक्ति के सभी खातों को मिलाकर पांच लाख रुपये की गारंटी किसी भी बैंक में है। मतलब, अगर आप एक ही बैंक में 5 लाख रुपए की स्थायी जमा (FD) रखते हैं और उसी बैंक में 3 लाख रुपए बचत खाते में जमा करते हैं, तो बैंक डूबने पर आपको सिर्फ 5 लाख रुपए वापस मिलेंगे। आपके खाते में कितना भी पैसा हो, सिर्फ पांच लाख रुपए तक ही सुरक्षित होगा। उदाहरण के लिए, अगर किसी व्यक्ति के अकाउंट में 10 लाख रुपये और अलग से फंडिंग कराई गई है ऐसे में, बैंक डूबने या दिवालिया होने पर आपके पास सिर्फ पांच लाख रुपये की रकम होगी।

बैंक डूबने से पहले योजना?

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के पूर्व अधिकारी प्रदीप कुमार राय ने कहा कि सरकार बैंक में जमा लोगों के पैसे की सुरक्षा करनी चाहिए। सरकार बैंकों को मरने नहीं दे सकती। फाइनेंशियल सेवाओं जैसे बैंकों को संभालने के लिए योजना बनाई जाती है। इसके तहत बैंक की लायबिलिटी को कैंसिल करना भी शामिल हो सकता है। इस बेल-इन-क्लॉज से डिपॉजिटर्स भी पैसा ला सकते हैं। आपको यह जानकर हैरत होगी कि ग्राहकों का पैसा पांचवें नंबर की लायबिलिटी है। यही कारण है कि चिंता होना स्वाभाविक है।

कैसे बच सकते हैं?

Experts कहते हैं कि देश में पिछले 50 साल में शायद ही कोई बैंक दिवालिया हुआ है। लेकिन आप अपने पैसे को अलग-अलग बैंकों में रखकर अपना जोखिम कम कर सकते हैं। जमा बीमा कवर को एक लाख रुपए से पांच लाख रुपए कर दिया गया। 1993, करीब 27 साल बाद, पहली बार यह बदलाव किया गया था। आने वाले समय में इसे बढ़ा सकते हैं। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि बैंक अब हर 100 रुपए के जमा पर 12 पैसे का प्रीमियम देंगे ताकि आपके पैसे सुरक्षित रहें। पहले दस पैसे था।

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