अगर आप भी खाना बनाने समय करते हैं इन 5 फुड ऑयल का प्रयोग, आपकी सेहत के लिए होते हैं बेहद खतरनाक

Worst oil for cooking: खाना बनाने के लिए अक्सर उपलब्ध कुकिंग ऑयल का उपयोग करते हैं। इसके अलावा, हम आपको बताने जा रहे हैं कि कुकिंग ऑयल में से कुछ आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक हो सकते हैं। यहाँ आपको किन तेलों से बचना चाहिए...

 

Worst oil for cooking: आप डायटिंग कर रहे हैं या नहीं, किचन में कुकिंग ऑयल चाहिए होगा। आपकी सेहत पूरी तरह से खाना पकाने के लिए किस प्रकार का तेल प्रयोग करते हैं पर निर्भर है। कई लोग बिना सोचे समझे बाजार से सस्ता तेल खरीद कर खाना बनाना शुरू कर देते हैं। साथ ही, बहुत से लोग पूड़ी-पराठे तलने के लिए खराब कोलेस्ट्रॉल या दिल की बीमारी का सामना करते हैं।

बाजार में उपलब्ध हर कुकिंग ऑयल स्वस्थ नहीं होता। यहाँ हम पांच सबसे खतरनाक खाना पकाने के तेलों पर चर्चा करते हैं जो आपको जानना चाहिए। यब आपको बताएंगे कि आप अनजाने में उनका सेवन कर रहे हैं या नहीं।

कैनोला तेल -

डॉ. रोहिणी पाटिल, एमबीबीएस, पोषण विशेषज्ञ, कहती हैं, 'हालांकि कुछ अन्य कुकिंग ऑइल की तुलना में कैनोला तेल को एक हेल्‍दी विकल्प माना जाता है, फिर भी कैनोला तेल को सावधानी से चुना जाना चाहिए। इसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड का मिश्रण होता है, और गैर-आनुवंशिक रूप से संशोधित (non-GMO) किस्मों को चुनने की सलाह दी जाती है।

सोयाबीन तेल -

सोयाबीन तेल अत्यधिक ओमेगा-6 फैटी एसिड से भरा होता है। इससे हमारे शरीर में ओमेगा-6 और ओमेगा-3 का रेशियो असंतुलित हो सकता है। जिससे शरीर में सूजन, गठिया और कुद प्रकार के कैंसर होने का खतरा पैदा हो सकता है। सोयाबीन तेल में रोजाना खाना पकाने से मोटापे और मधुमेह की समस्‍या पैदा हो सकती है।

मकई का तेल -

वनस्पति तेल की तरह मक्के के तेल में भी उच्च स्तर का ओमेगा-6 फैटी एसिड होता है। आहार में ओमेगा-6 फैटी एसिड की अधिकता से सूजन हो सकती है। आपको इसमें 100% फैट मिलेगा। इसके अलावा ना तो इसमें प्रोटीन होता है और ना ही कार्बोहाइड्रेट। खाना पकाने के मामले में कॉन ऑइल का स्वास्थ्यप्रद विकल्प नहीं है। इसकी जगह पर आप जैतून और नारियल तेल का इस्‍तेमाल कर सकते हैं।

​जैतून का तेल -

जब सलाद और खाने में ऊपर से तेल डालने की बात आती है, तो जैतून के तेल का उपयोग सबसे हेल्‍दी माना जाता है। हालांकि, इसका स्‍मोकिंग प्‍वॉइंट कुछ अन्य तेलों की तुलना में कम है, जिसका अर्थ है कि यह तेज आंच पर खाना पकाने के लिए उपयुक्त नहीं है। इससे इसके पोषक तत्‍व खराब हो जाते हैं और तब ये तेल शरीर के लिए हानिकारक बन जाता है।

पाम ऑयल -

पाम ऑइल को ताड़ का तेल कहा जाता है, जो Saturated fats से भरपूर होता है, जिसका ज्‍यादा मात्रा में सेवन करने से हृदय रोग हो सकता है। इस तेल का इस्‍तेमाल ज्‍यादातर नहाने वाला साबुन बनाने में होता है। यह काफी ऊंचे तापमान पर पिघलता है, इसी वजह से इसे रेस्तरां या फिर टॉफी-चॉकलेट आदि बनाने में प्रयोग किया जाता है, जिससे यह मुंह में जाते ही तुरंत पिघल जाए।

​इनकी जगह कौन सा तेल इस्तेमाल करें?​

​पाम ऑइल, मकई के तेल, सोयाबीन तेल, कैनोला तेल और जैतून के तेल के उपयोग से बचना या सीमित करना आपकी हेल्‍थ के लिए ठीक रहेग। इसके बजाय, नारियल तेल, एवोकैडो ऑइल और तिल के तेल जैसे हेल्‍दी ऑप्‍शन्‍स चुनें। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सर्वोत्तम स्वास्थ्य के लिए सभी तेलों का उपयोग सीमित मात्रा में किया जाना चाहिए।

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