उत्तर प्रदेश में वृंदावन बांके बिहारी से जोड़ा जाएगा ग्रेटर नोएडा, यहां बसाए जाएंगे 6 नए गांव

यूपी सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को हाई कोर्ट की तरफ से मंजूरी मिल गई है. इससे यमुना एक्सप्रेस वे के दोनों ओर हेरिटेज सिटी का भी रास्ता साफ हो जायेगा. बताया जा रहा है कि हेरिटेज सिटी सुन्दर इमारतों के साथ ही खान पान व लोगों की जरूरतों से सम्बंधित अन्य सभी सुविधाओं से सुसज्जित होगी. जिसकी रिपोर्ट यमुना विकास प्राधिकरण की तरफ से तैयार कर ली गयी है.

 

Saral Kisan ( नई दिल्ली ) वृंदावन जाकर बांके के बिहारी जी के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़ी खुशखबरी है. यमुना एक्सप्रेस वे को अब सीधा मंदिर से जोड़ने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए एक कोरिडोर बनाया जायेगा. इस कॉरिडोर के बनने से एक बार में ही तकरीबन 10 हजार श्रद्धालु एक साथ दर्शन कर सकेंगे. इस कॉरिडोर के दोनों ओर हेरिटेज सिटी का भी रास्‍ता साफ हो जाएगा. फिलहाल यमुना विकास प्राधिकरण ने इसकी पूरी रूपरेखा तैयार कर ली है.

बता दें कि यूपी सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को हाई कोर्ट की तरफ से मंजूरी मिल गई है. इससे यमुना एक्सप्रेस वे के दोनों ओर हेरिटेज सिटी का भी रास्ता साफ हो जायेगा. बताया जा रहा है कि हेरिटेज सिटी सुन्दर इमारतों के साथ ही खान पान व लोगों की जरूरतों से सम्बंधित अन्य सभी सुविधाओं से सुसज्जित होगी. जिसकी रिपोर्ट यमुना विकास प्राधिकरण की तरफ से तैयार कर ली गयी है. श्रद्धालु बढ़ेंगे तो क्षेत्र में पर्यटन विकास को भी रफ्तार मिलेगी. होटल, खाना-पान उद्योग फले-फूलेगा. परिवहन के साधनों का भी और अधिक विस्तार होगा.

वृंदावन कॉरिडोर कैसा होगा…

यमुना विकास प्राधिकरण वृंदावन को अपने क्षेत्र में लाने की योजना बना रहा है. इसकी रिपोर्ट तैयार हो चुकी है. ग्रेटर नोएडा शहर से वृंदावन को जोड़ने के लिए एक प्लान तैयार किया गया है. इस प्लान के मुताबिक यमुना एक्सप्रेसवे को सीधा वृंदावन बांके बिहारी मंदिर से जोड़ा जाएगा. इसके लिए वृंदावन कॉरिडोर बनेगा. जिसकी लंबाई 7 किलोमीटर होगी. यह कॉरिडोर 6 लेन का होगा और 100 मीटर चौड़ा होगा. इस वृंदावन कॉरिडोर के लिए हाई कोर्ट से मंजूरी मिल गई है.

वृंदावन कॉरिडोर के दोनों तरफ होगा हेरिटेज सिटी

कॉरिडोर के दोनों तरफ एक-एक किलोमीटर जमीन का अधिग्रहण करके वहां हेरिटेज सिटी को बसाया जायेगा. यमुना विकास प्राधिकरण ने इसका प्लान तैयार कर लिया है. हेरिटेज सिटी का प्रस्ताव आगामी बोर्ड बैठक में रखा जाएगा. जहां से इसको मंजूरी मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने इसे पेश किया जाएगा. बताया जा रहा है कि बोर्ड बैठक में हेरिटेज सिटी के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद यमुना विकास प्राधिकरण जमीन का अधिग्रहण शुरू कर देगा.

बनेंगे द्वापर युग के 6 गांव..

कॉरिडोर के दोनों ओर तमाम तरह की गतिविधियां होंगी. यहां एक म्यूजियम बनाया जाएगा. जिसमें द्वापर काल के नंदगांव, बरसाना, गोकुल समेत करीब छह गांव विकसित किए जायेंगे. साथ ही वहां की संस्कृति के अलावा श्रीकृष्‍ण लीलाओं को भी दिखाया जायेगा.

वृंदावन से पहले एक्‍सप्रेसवे पर होगा ये बड़ा काम..

एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा कहते हैं कि हेरिटेज सिटी बनने और वृन्दावन तक कोरिडोर बनने से आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में निवेशकों और कारोबारियों का ध्यान जा रहा है. इसमें एक तरफ दिल्ली, नोएडा, गुडगांव और फरीदाबाद से आकर लोग ग्रेटर नोएडा में बसेंगे तो दूसरी तरफ आगरा, अलीगढ़, मथुरा और बुलंदशहर की तरफ से लोग निवेश करने के लिए इधर की तरफ बढ़ेंगे.

मिग्सन ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर यश मिगलानी कहते हैं कि बांके बिहारी मंदिर से लोगों की आस्था जुड़ी है, ऐसे में कोरिडोर के निर्माण से श्रृद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होनी ही है. इससे पर्यटन और पर्यटक दोनों ही बढ़ेंगे, इकोनॉमी पर सकारात्मक असर पड़ेगा. इतना ही नहीं मथुरा और वृंदावन का विस्‍तार यहां तक होने से यह लोगों के लिए रहने के लिए उपयुक्‍त जगह के रूप में जाना जाएगा. आने वाले समय में यहां प्रॉपर्टी की खरीद-फरोख्‍त तेजी से बढ़ने वाली है.

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