Noida और गुरुग्राम वालों के लिए गुड न्यूज, सिर्फ 30 मिनट में हो जाएगा सफर

Faridabad News: एफएमडीए के चीफ टाउन प्लानर सुधीर चौहान ने बताया कि फरीदाबाद मास्टर प्लान-2041 का ड्राफ्ट तैयार करने की जिम्मेदारी एफएमडीए को सौंपी गई है। इस पर काम शुरू कर दिया है। फरीदाबाद से नोएडा के बीच हाई स्पीड ट्रेन चलाने का भी प्लान तैयार हो रहा है।
 

Saral Kisan : सबकुछ प्लान के अनुसार हुआ तो भविष्य में फरीदाबाद से नोएडा और गुरुग्राम आना-जाना आसान हो जाएगा। लोग केवल 30 मिनट में ही दोनों शहरों तक पहुंच जाएंगे। मास्टर प्लान-2041 का ड्राफ्ट तैयार करने का जिम्मा फरीदाबाद मैट्रोपॉलिटन डिवेलपमेंट अथॉरिटी को मिल चुका है। एफएमडीए फरीदाबाद से नोएडा के बीच हाई स्पीड ट्रेन चलाने की प्लानिंग कर रहा है। इस ट्रेन कॉरिडोर को बाद में गुरुग्राम से भी जोड़ा जाएगा। वैसे चर्चा है कि हाई स्पीड ट्रेन को जेवर ग्रीन एक्सप्रेसवे के साथ वाले रूट पर बनाया जाएगा, लेकिन इस प्लान का रूट बाद में बदला भी जा सकता है।

मास्टर प्लान-2041 के तहत हाई स्पीड कॉरिडोर को जेवर ग्रीन एक्सप्रेसवे के साथ तैयार किया जा सकता है, जो सेक्टर-65 से शुरू है। जेवर तक कुल 31 किलोमीटर का एक्सप्रेसवे है। 24 किलोमीटर का हिस्सा हरियाणा में है। एक्सप्रेसवे साहुपुरा, चंदावली, सोतई, फफूंदा, बहवलपुर, पनहेडा खुर्द, नरहावली, महमदपुर, मोहियापुर, छांयसा, हीरापुर और मोहना के रास्ते होकर गुजरेगा। ऐसा विचार किया जा रहा है कि हाई स्पीड ट्रेन कॉरिडोर भी इसी के साथ बनाया जाए। ठीक इसी तरह सेक्टर-65 से कॉरिडोर को गुड़गांव से जोड़ दिया जाएगा। इसका रूट सेक्टर-65 से पृथला ऑर्बिट रेल कॉरिडोर हो सकता है। वहां से सीधा मानेसर से जोड़ दिया जाएगा।

बेहतर नहीं है कनेक्टिविटी

इस वक्त फरीदाबाद से नोएडा के लिए बेहतर ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था नहीं है। यहां से बड़ी संख्या में लोग काम के लिए नोएडा और गुड़गांव जाते हैं। निजी वाहनों के लिए नोएडा का सड़क मार्ग आसान रूट नहीं है। नोएडा तक डायरेक्ट कोई बस भी नहीं है। नोएडा बस से जाना हो तो पहले फरीदाबाद से बदरपुर बॉर्डर तक जाना होगा। वहां से नोएडा की बस मिल सकती है। इसके अलावा प्राइवेट कैब से आना-जाना महंगा पड़ता है। फरीदाबाद से नोएडा जाने के लिए ट्रेन का भी कोई रूट नहीं है। इसी तरह से फरीदाबाद से गुरुग्राम आना-जाना हो तो सिटी बस शुभगमन है या फिर साधारण हरियाणा रोडवेज की बसें हैं। इन बसों की संख्या कम होने के कारण दिक्कत होती है। मेट्रो मोड़ से प्राइवेट कैब मिलती है, जो गुरुग्राम तक 50 रुपये किराया वसूल करती है। फरीदाबाद से गुरुग्राम का भी ट्रेन मार्ग नहीं है।

प्लान तो पहले भी बने, शुरू नहीं हुआ काम

फरीदाबाद से गुरुग्राम के बीच मेट्रो रेल चलाने के लिए 2015 में घोषणा की गई थी। इसको लेकर दो रूट फाइनल हो गए थे, लेकिन प्लान अभी कागजों में ही अटका है।
इसी साल मुख्यमंत्री ने फरीदाबाद से पलवल के बीच मेट्रो रेल चलाने की घोषणा हुई थी। अभी तक इसका प्लान तैयार नहीं हो पाया है।

फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद को आपस में जोड़ने के लिए एफएनजी हाइवे बनाने की प्लानिंग 20 साल से चल रही है, लेकिन आज तक उसे सिरे नहीं चढ़ाया जा सका है।

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